Gujarat Election 2022: गुजरात के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता नितिन पटेल अब तक वित्त, स्वास्थ्य, कृषि, राजस्व, सिंचाई और शहरी विकास मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. 1990 में पहली बार विधायक बने नितिन पटेल कडवा पाटीदार वर्ग से आते हैं. राजनीति में शानदार अनुभव रखने वाले नितिन पटेल गुजरात के मेहसाणा से विधायक हैं.
नितिन पटेल ने बारहवीं तक की पढ़ाई गुजरात के मेहसाणा से पूरी की. इसके बाद बीकॉम में दूसरे साल तक की पढ़ाई गुजरात विश्वविद्यालय से की. कडवा पाटीदार वर्ग से ताल्लुक रखने वाले नितिन पटेल का राजनीतिक करियर नगरपालिका के सदस्य बनने के बाद शुरू हुआ. 1990 में उन्हें पहली बार विधायक के तौर पर चुना गया. दूसरी बार 1995 में विधायक चुने जाने के बाद नितिन पटेल को कैबिनेट मंत्री बनाया गया. अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने वित्त एवं स्वास्थ्य सहित कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली. चुनाव आयोग को दिए गए उनके एफिडेविट के मुताबिक, नितिन पटेल व्यापारी हैं और वे ऑयल एवं शिवानी कॉटन इंडस्ट्री के मालिक हैं. उनके पास कुल 9 करोड़ की चल व अचल संपत्ति है. इसके अलावा, उनपर पांच आपराधिक मामले भी दर्ज हैं.
बताया जाता है कि नितिन पटेल के हाथ से चार बार गुजरात का मुख्यमंत्री बनने का मौका हाथ से निकला है. पहली नरेंद्र मोदी ने जब 2014 के आम चुनाव में प्रधानमंत्री पद के लिए लड़ने का फैसला किया, तो गुजरात सीएम के पद को लेकर एक नाम नितिन पटेल का भी था. हालांकि, पार्टी ने आनंदीबेन पटेल को मुख्यमंत्री बनाया. 2015-16 के पाटीदार आंदोलन के बाद जब आनंदीबेन पटेल को सीएम पद से हटाया गया, तो संभावना जताई जा रही थी कि अगली जिम्मेदारी नितिन पटेल को सौंपी जा सकती है. लेकिन, विजय रूपाणी को मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया गया. 2017 के चुनाव परिणम आने के बाद नितिन पटेल का सीएम बनना तय माना जा रहा था. हालांकि, पार्टी आलाकमान ने तब भी विजय रूपाणी को ही चुना. फिर, 2022 में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक एक साल पहले बीजेपी ने विजय रूपाणी को हटाकर भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाया और एक बार फिर नितिन पटेल का सपना टूट गया.