Gujarat Election 2022: गुजरात में दलितों के नेता के तौर पर उभरे जिग्नेश मेवाणी वडगाम से विधायक है. गुजरात में इस साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव में वडगाम को बेहद ही हॉट सीट माना जा रहा है. इसी के मद्देनजर, वडगाम सीट पर बीजेपी (BJP) ने जिग्नेश मेवाणी की जीत को रोकने के लिए एक बड़े चेहरे को मैदान में उतारने का मन बनाया है.
आंकड़ों के अनुसार, गुजरात में दलितों का वोट प्रतिशत करीब 7 फीसदी है. वहीं, इस समय गुजरात के दलित आंदोलन का सबसे बड़ा चेहरा जिग्नेश मेवाणी को माना जा रहा हैं. बता दें कि पेशे से पत्रकार एवं वकील जिग्नेश मेवानी एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं. गुजरात के मेहसाणा जिले में जन्मे जिग्नेश मेवाणी आजादी कूच आंदोलन चला चुके हैं. जिसमें उन्होंने लगभग 20 हजार दलितों को एक साथ मरे जानवर न उठाने और मैला न ढोने की शपथ दिलाई थी.
आंकड़ों के अनुसार, गुजरात में दलितों का वोट प्रतिशत करीब 7 फीसदी है. वहीं, इस समय गुजरात के दलित आंदोलन का सबसे बड़ा चेहरा जिग्नेश मेवाणी को माना जा रहा हैं. बता दें कि पेशे से पत्रकार एवं वकील जिग्नेश मेवानी एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं. गुजरात के मेहसाणा जिले में जन्मे जिग्नेश मेवाणी आजादी कूच आंदोलन चला चुके हैं. जिसमें उन्होंने लगभग 20 हजार दलितों को एक साथ मरे जानवर न उठाने और मैला न ढोने की शपथ दिलाई थी.
जिग्नेश मेवाणी के पिता नगर निगम के कर्मचारी थे. महात्मा गांधी की दांडी यात्रा से प्रेरणा लेते हुए जिग्नेश मेवाणी ने दलितों की यात्रा का आयोजन किया और उसे दलित अस्मिता यात्रा नाम दिया था. सोशल मीडिया में युवाओं का एक बड़ा तबका उन्हें बतौर नायक देखने लगा है. जिग्नेश दलित आंदोलन के दौरान एक काफी पॉपुलर नारा ‘गाय की पूंछ तुम रखो हमें हमारी जमीन दो’ दिया था.
जिग्नेश मेवाणी वडगाम से निर्दलीय विधायक हैं. गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में उन्होंने कांग्रेस की जीत का दावा भी किया है. बता दें कि जिग्नेश मेवानी ने 2017 में बीजेपी के विजय चक्रवर्ती को 20 हजार वोटों से हराकर जीत दर्ज की थी. बीजेपी के लिए इस पर जीत हासिल करना एक बड़ी चुनौती है.