Gujarat Election 2022: गुजरात में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) चुनावी मोड में आ चुकी हैं. इन सबके बीच, खोडलधाम मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख नरेश पटेल लगातार सुर्खियों में हैं. यहां आपको बताते चलें कि खोडलधाम ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेश पटेल सक्रिय राजनीति में आने से इन्कार कर चुके हैं.
पाटीदार नेता और श्री खोडलधाम ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेश पटेल ने शनिवार को दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. जिसको लेकर सियासी चर्चाओं का बाजार गरम है. इससे पहले, 2022 की शुरुआत में खासकर अप्रैल, मई और जून महीने में नरेश पटेल लगातार चर्चा में रहे थे. इस दौरान कहा जा रहा था कि आम आदमी पार्टी उन्हें राज्यसभा भेज रही है. फिर यह खबर सामने आई कि नरेश पटेल कांग्रेस में शामिल होंगे और उन्हें पार्टी सीएम फेस के तौर पर पेश करेगी. हालांकि, बाद में उन्होंने सक्रिय राजनीति में आने से इन्कार कर दिया. राजनीति के जानकारों का कहना है कि जब से गुजरात में पाटीदार समुदाय ने बीजेपी को समर्थन दिया है, तब से लगातार पार्टी सत्ता में है.
पाटीदार नेता नरेश पटेल उद्यमी भी हैं और वर्तमान में श्री खोडलधाम ट्रस्ट (SKT) के अध्यक्ष हैं. खोडलधाम लेउवा पटेलों को मुख्य संस्थान है. सक्रिय राजनीति में आने से इन्कार कर चुके नरेश पटेल ने कहा था कि वे पॉलिटिक्स में नहीं आएंगे, लेकिन पाटीदार समुदाय के युवा राजनीति में आएं, इसके लिए ट्रेंनिंग अकादमी की स्थापना करेंगे. कागवड गांव में जन्में पटेल मृदुभाषी हैं और उन्हें दो बेटियां और एक बेटा है. नरेश पटेल ने अपनी पढ़ाई सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी से की है. राजकोट में रहकर वह कारोबार के साथ समाजिक कार्यों में सक्रिय हैं. खोडलधाम में मां खोडियार विराजमान हैं. देवी खोडियार को हिंदू धर्म में माता के तौर पर पूजा जाता है. खोडलधाम मंदिर जब खुला था, तो 30 लाख लोगों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी.