Gujarat Election 2022: शंकर चौधरी गुजरात में भारतीय जनता पार्टी(BJP) के बड़े नेता हैं. साथ ही एशिया की सबसे बड़ी डेयरी बनास डेयरी के चेयरमैन है. बनासकांठा की राधनपुर सीट से उन्होंने पहली बार 1997 में तत्कालीन सीएम शंकरसिंह वाघेला के खिलाफ 27 साल की उम्र में विधानसभा चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी. शंकर चौधरी वर्ष 2014 में राज्य सरकार में मंत्री भी बने थे.
बनासकांठा की वाव विधानसभा सीट पर 2017 और 2012 दोनों ही चुनाव में शंकर चौधरी और गेनी ठाकोर ही एक दूसरे के सामने चुनावी मैदान में थे. 2012 में बीजेपी के टिकट पर शंकर चौधरी को जीत मिली थी. जबकि, 2017 में शंकर चौधरी कांग्रेस के गेनी बेन ठाकोर से चुनाव हार गये थे. बताया जाता है कि इस इलाके में ज्यादातर मतदाता ग्रामीण इलाके के हैं और यहां अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या काफी ज्यादा है. यहां दो समुदाय का चौधरी और ठाकोर का प्रभाव काफी ज्यादा है. इनके अलावा, मालधारी रबारी कम्युनिटी का भी प्रभाव देखने को मिलता है.
जानकारी के मुताबिक, बनासकांठा जिले में ज्यादातर लोगों का प्रमुख काम पशुपालन है और महिलाएं इस कार्य में बढ़चढ़कर हिस्सा लेती है तथा पशुपालन से करोड़ों की कमाई करती है. जिसके लिए बनासडेरी सबसे बड़ा जरिया हैं. गुजरात में दूध उत्पादन सबसे ज्यादा बनासडेरी करता है. बनासडेरी का चेयरमैन बीजेपी के नेता शंकर चौधरी है. बतौर चेयरमैन उन्होंने पशुपालकों और यहां के लोगों के लिए काफी काम किए हैं.
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