Gujarat Election 2022: गुजरात प्रदेश बीजेपी के महामंत्री प्रदीप सिंह वाघेला ने एक छात्र नेता के रूप में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी और छात्र संगठन एबीवीपी में भी सक्रिय रहे थे. प्रदीप सिंह वाघेला को 2016 में भारतीय जनता पार्टी का राज्य सचिव नियुक्त किया गया था. इसके पहले प्रदीप सिंह वाघेला भारतीय जनता युवा मोर्चा के गुजरात राज्य के अध्यक्ष भी रहे हैं.
गुजरात में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सत्तारूढ़ बीजेपी जमीनी स्तर तक अपनी पहुंच सुनिश्चित करने के लिए राज्यस्तरीय नेताओं को मैदान में उतार दिया है. इसके लिए बाकायदा 16 नेताओं की टीम बनाई गई है. इसे बीजेपी की आर्मी ऑफ सुपर-16 के नाम से भी जाना जाता है. इसमें सभी जातियों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया गया है, ताकि हर वर्ग के लोगों तक प्रभावी तरीके से पहुंच बनाई जा सके. बीजेपी की 16 नेताओं की टीम में आदिवासी, ओबीसी, पाटीदार समेत अन्य जातियों के लीडर को शामिल किया गया है. इस सूची में प्रदीप सिंह वाघेला को भी शामिल किया गया है.
सबीते दिनों कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रदीप सिंह वाघेला ने कहा था कि अपने कार्यकर्ताओं पर नियंत्रण रखना किसी राजनीतिक दल और उसके नेतृत्व का दायित्व है. सियासी दलों को अपने नेताओं को समय रहते दिशा निर्देश देना चाहिए और उनकी क्षमता का इस्तेमाल करना चाहिए. यह कांग्रेस का दुर्भाग्य है कि वह अपने कार्यकर्ताओं और विधायकों पर नियंत्रण नहीं रख पा रही है. गुजरात में विपक्षी दल के विधायकों के पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल होने पर प्रदीप सिंह वाघेला ने कहा कि अपने विधायकों को पार्टी छोड़ने से रोकना कांग्रेस का काम है, हमारा नहीं.