Gujarat Election Results 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अब तक के सभी पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया है. बीजेपी ने गुजरात चुनाव में इस बार 156 सीटों पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. इसके साथ ही पार्टी ने बड़े अंतर से अच्छी-खासी संख्या में सीट हासिल कर कुछ और रिकॉर्ड भी तोड़े है. गुजरात चुनाव परिणाम के मुताबिक, 11 सीटें ऐसी थीं, जहां बीजेपी प्रत्याशी के जीत का अंतर एक लाख से अधिक रहा.
1960 में गुजरात के गठन के बाद से यह पहला चुनाव था, जिसमें 11 उम्मीदवारों (सभी मौजूदा बीजेपी विधायक) ने एक लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की है. इससे पहले, सबसे ज्यादा चार उम्मीदवारों ने 2002 में एक लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की थी. एक अन्य रिकॉर्ड में, बीजेपी के 40 उम्मीदवारों ने इस बार 50,000 से एक लाख मतों के अंतर से चुनाव जीता है. 2017 के चुनाव में ऐसे उम्मीदवारों की संख्या 21 थी. सबसे अधिक जीत का अंतर कार्यवाहक मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हासिल किया था, जिन्होंने घाटलोडिया सीट जीती थी. उन्होंने अमी याज्ञनिक को 1.92 लाख मतों के अंतर से हराया था. उनके बाद संदीप देसाई ने चोरयासी सीट पर आम आदमी पार्टी के प्रकाश कांट्रेक्टर को 1.86 लाख मतों के अंतर से हराया. मजुरा सीट पर हर्ष सांघवी ने आप के पीवी सरमा को 1.17 लाख मतों से हराया.
यह रिकॉर्ड न केवल मतदाताओं द्वारा बीजेपी के पक्ष में एक निर्णायक जनादेश को दर्शाता है, बल्कि यह अपने समर्थकों को बड़ी संख्या में मतदान करने के लिए उत्साहित करने में विपक्षी दलों की विफलता को भी सामने लाता है. 2022 का विधानसभा चुनाव पहला था, जहां कोई भी उम्मीदवार 500 से कम मतों के अंतर से नहीं हारे. इस चुनाव में सबसे कम जीत का अंतर 577 मतों का रहा, जहां कांग्रेस के बच्चूभाई अरेठिया बीजेपी के वीरेंद्रसिंह जडेजा से हार गए. 2017, 2012 और 2007 के विधानसभा चुनाव में दो-तीन उम्मीदवार 500 से कम मतों के अंतर से हारे थे. इस चुनाव में केवल 16 सीटों का फैसला 5,000 से कम मतों के अंतर से हुआ था. 2012 और 2017 के विधानसभा चुनावों में उनकी संख्या 36 थी और 2007 और 2002 में ऐसी सीटों की संख्या 48 थी.
सत्तारूढ़ दल बीजेपी के लिए निर्णायक जनादेश होने के नाते 2022 के चुनाव का एक और बैरोमीटर यह है कि 40 उम्मीदवारों (सभी बीजेपी से) ने 50,000 और 1 लाख वोटों के बीच जीत के अंतर से अपनी सीटें जीतीं. गुजरात की चुनावी राजनीति में भी यह पहली बार है कि इतनी अधिक संख्या में उम्मीदवार इतने अंतर से जीते हैं. 2017 में यह संख्या 21 थी, और 2012 में यह 17 थी, जो पिछले विधानसभा चुनावों में उत्तरोत्तर गिरती जा रही है. राजनीतिक पर्यवेक्षक विष्णु पंड्या ने कहा कि यह रुझान इस बात की पुष्टि करता है कि बीजेपी अपने समर्थकों को मतदान के लिए प्रेरित कर सकती है. जबकि, अन्य दलों के मतदाता सुस्त थे. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की युवा मतदाताओं से राज्य के 25 साल के भविष्य को ध्यान में रखते हुए अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील भी सत्ता पक्ष के पक्ष में काम करती दिख रही है. वहीं, गुजरात बीजेपी के प्रवक्ता यमल व्यास ने कहा, 2022 बीजेपी के लिए स्पष्ट जनादेश था. मतदान प्रतिशत में गिरावट के बावजूद ये रुझान बीजेपी के प्रतिबद्ध मतदाताओं को दर्शाते हैं. बड़ी संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग किया.