Gujarat Election 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में मेधा पाटकर के शामिल होने को लेकर राहुल गांधी पर तंज कसा है. पीएम मोदी ने रविवार को सवाल किया कि कांग्रेस किस नैतिक आधार पर गुजरात में वोट मांग रही है, जब उसके नेता की भारत जोड़ो यात्रा में वह महिला शामिल हुई, जिसने तीन दशकों तक नर्मदा बांध परियोजना को बाधित किया था.
पीएम मोदी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में की जा रही भारत जोड़ो यात्रा में शनिवार को महाराष्ट्र में नर्मदा बचाओ आंदोलन की कार्यकर्ता मेधा पाटकर के शामिल होने का संदर्भ देते हुए यह बातें कही. गुजरात के राजकोट जिला स्थित धोराजी नगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध बनाने की महत्वाकांक्षी परियोजना में इसलिए देरी हुई कि कई लोगों ने इसे रोकने की बहुत कोशिश की.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कच्छ और काठियावाड़ को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए नर्मदा परियोजना ही एकमात्र समाधान थी. आपने कल देखा होगा कि कैसे कांग्रेस के एक नेता उस महिला के साथ पदयात्रा कर रहे थे, जो सरदार सरोवर बांध विरोधी कार्यकर्ता थी. उन्होंने तथा अन्य लोगों ने कानूनी बाधाएं पैदा कर तीन दशकों तक परियोजना रूकवा दी.
पीएम मोदी ने कहा कि इन कार्यकर्ताओं ने इसलिए प्रदर्शन किया कि यहां पानी नहीं पहुंचे. उन्होंने कार्यकर्ताओं पर गुजरात को इस हद तक बदनाम करने का आरोप लगाया कि विश्व बैंक ने भी इस परियोजना के लिए वित्त मुहैया करना रोक दिया था. प्रधानमंत्री ने कहा कि जब कांग्रेस आपके पास वोट मांगने आए, तो मैं चाहता हूं कि आप उनसे पूछे कि विपक्षी पार्टी किस नैतिक आधार पर वोट मांग रही है जब उनके नेता एक ऐसी महिला के साथ पदयात्रा कर रहे हैं जो नर्मदा परियोजना के खिलाफ थी. मैं आपसे कांग्रेस से यह सवाल पूछने का अनुरोध करता हूं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गुजरात में बीजेपी की सरकार ने छोटे बांध बनाना, नए कुएं और झीलों की खुदाई तथा पाइपलाइन के जरिए पानी पहुंचाने जैसी विभिन्न योजनाओं के जरिए पानी की कमी के मुद्दे का हल करने के लिए 20 साल तक कड़ी मेहनत की. पीएम ने कहा कि आज पूरे कच्छ और काठियावाड़ क्षेत्र को पाइपलाइन नेटवर्क के जरिए पानी मिल रहा है. हम समस्याओं का स्थायी समाधान करने में यकीन रखते हैं. हम समझते हैं कि पानी और बिजली विकास के लिए जरूरी है. कांग्रेस सरकार की केवल हैंडपम्प लगाने में दिलचस्पी थी. उल्लेखनीय है कि गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में 1 और 5 दिसंबर को मतदान होगा. जबकि, चुनाव के परिणाम 8 दिसंबर को जारी किए जाएंगे.