गुजरात में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होना है. जिसको लेकर बीजेपी सहित कई विपक्षी पार्टियों ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. गुजरात में आम आदमी पार्टी के अलावा इस बार साउथ के दिग्गज नेता चंद्रशेखर राव (केसीआर) भी चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं. केसीआर ने इसके संकेत भी दे दिये हैं. अगर ऐसा होता है भाजपा और नरेंद्र मोदी के गढ़ में चुनावी मुकाबला काफी दिलचस्प होगा.
नयी पार्टी की शुरुआत कर राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखने की तैयारी में केसीआर
तेलंगाना के मुख्यमंत्री और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के अध्यक्ष चंद्रशेखर राव (केसीआर) नयी पार्टी की शुरुआत करके राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखने पर विचार कर रहे हैं, हालांकि इस विचार को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है. ऐसी अटकलें हैं कि अक्टूबर में दशहरा उत्सव के अवसर पर योजना की घोषणा की जा सकती है. टीआरएस विधायक और मंचेरियल जिला इकाई के अध्यक्ष बालका सुमन ने कहा, हम, विभिन्न जिलों के अध्यक्ष, केसीआर से अपील करते हैं कि उन्हें राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश करना चाहिए और एक राष्ट्रीय पार्टी शुरू करनी चाहिए.
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केसीआर इन नामों से बना सकते हैं राष्ट्रीय पार्टी
ऐसी खबर आ रही है कि केसीआर राष्ट्रीय राजनीति में उतरने के लिए भारत राष्ट्रीय समिति (बीआरएस), उज्ज्वल भारत पार्टी और नया भारत पार्टी जैसे कुछ नामों पर चर्चा कर चुके हैं और आने वाले दिनों में इसी पर मुहर लग सकता है.
गुजरात सहित देश के कई राज्यों में चुनाव लड़ने की तैयारी में केसीआर
ऐसी खबर है कि केसीआर ने गुजरात विधानसभा चुनाव में उतरने की मन बना लिया है. नयी पार्टी बनाकर गुजरात सहित दिल्ली, कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को इसके लिए तैयारी भी करने का निर्देश दे दिया है. उन्होंने पार्टी नेताओं से कहा, वैसे नेताओं की पहचान करें और विधानसभा चुनाव के साथ-साथ लोकसभा चुनाव 2024 में भी अपने उम्मीदवार उतारें. इन राज्यों के सहारे केसीआर राष्ट्रीय राजनीति में उतरने की तैयारी में हैं.
कैसे होगी राष्ट्रीय राजनीति में केसीआर की एंट्री
राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा पाने के लिए केसीआर को लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में चार या उससे अधिक राज्यों में कुल वैध वोटों का कम से कम 6 प्रतिशत प्राप्त करना होगा. एक बार राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल जाने के बाद उसका अपना एक प्रतीक होगा, जो देशभर में अपने उम्मीदवारों को आवंटित किया जा सकेगा.
राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा पाने के लिए केसीआर और उनकी पार्टी को करना पड़ सकता है 2026 का इंतजार
अगर केसीआर और उनकी पार्टी को राष्ट्रीय दर्जा प्राप्त करने के लिए 2026 का इंतजार करना पड़ सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि चुनाव आयोग हर 10 साल में पार्टियों की राष्ट्रीय स्थिति की समीक्षा करता है. पिछली बार समीक्षा 2016 में की गयी थी.
केसीआर ने कई गैर भाजपा और गैर कांग्रेसी नेताओं से मुलाकात की
चंद्रशेखर राव ने नीतीश कुमार, शरद पवार, उद्धव ठाकरे और हेमंत सोरेन सहित कई गैर-भाजपा, गैर-कांग्रेसी विपक्षी नेताओं से मुलाकात की और भाजपा की कथित जनविरोधी नीतियों और देश में गुणात्मक परिवर्तन लाने पर चर्चा की. इस साल जून में राव ने टीआरएस नेताओं के साथ एक राष्ट्रीय पार्टी बनाने के विचार पर चर्चा की थी, हालांकि इस विचार पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया था, तब टीआरएस के सूत्रों ने यह बात कही थी.