Jharkhand Naxal News: गुमला जिला स्थित जारी प्रखंड के जिला परिषद सदस्य दिलीप बड़ाइक से 20 लाख रुपये लेवी की मांग करने वाला उसका चचेरा भाई अमित चीक बड़ाइक को जारी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. वहीं, लातेहार निवासी चंद्रदेव सिंह फरार है.
क्या है मामला
पत्रकारों से बात करते हुए इंस्पेक्टर बैजू उरांव ने कहा कि सोमवार को आवेदक दिलीप बड़ाइक ने 20 लाख रुपये लेवी मांगने की शिकायत किया था. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ा. उन्होंने कहा कि 15 नवंबर की शाम को दिलीप बड़ाइक को विनय सहदेव द्वारा एक लिफाफा में बंद पत्र दिया गया. विनय प्रताप से पूछने पर बताया गया कि इस लिफाफा को चैनपुर बाजारटांड़ स्थित मुर्गा विक्रेता मुनेश्वर साहू द्वारा दिया गया है. लिफाफा को खोलने पर उसमें हरा रंग का भाकपा माओवादी संगठन का लेटर पैड एवं धमकी भरा पत्र लिखा गया था. जिसमें 20 लाख रुपये की मांग की गयी और राशि नहीं देने पर परिवार को बर्बाद करने एवं पेट्रोल पंप से उड़ाने की धमकी दिया गया था.
परत-दर-परत खुला राज
इसके बाद पुलिस द्वारा पत्र भेजवाने वाले मुनेश्वर साहू से पूछने पर बताया कि इस पत्र को चैनपुर निवासी मजदूरी करने वाला अरवा उर्फ सागर नामक व्यक्ति द्वारा दिया गया है. जब अरवा से पूछताछ किया गया, तो उसने कहा कि अमित चीक बड़ाइक द्वारा पत्र देकर इसे मुनेश्वर साहू के मुर्गा दुकान में देने को कहा गया था. इस पत्र को दिलीप बड़ाइक को भेजवाना है. मुनेश्वर साहू दिलीप बड़ाइक को पहचानता है. इसके बाद पत्र को मुनेश्वर साहू को दे दिया गया था.
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चंद्रदेव सिंह फरार
मुनेश्वर साहू द्वारा विनय प्रताप सहदेव के माध्यम से पत्र भेज दिया गया. जिसके बाद अमित चीक बड़ाइक को पूछताछ के लिए घर में पता लगाये तो वह फरार था. छापेमारी कर अमित को गिरफ्तार किया गया. इस मामले में लेटर पेड देने वाला लातेहार निवासी चंद्रदेव सिंह फरार है. जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. छापेमारी दल में थानेदार अनंत कुमार शर्मा, पुअनि अजय रजक, पुअनि देवानंद राणा एवं सशस्त्र बल शामिल थे.
रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला.