Jharkhand News: गुमला जिला प्रशासन ने भरनो प्रखंड के सुपा गांव स्थित स्मार्ट मार्का ईंट भट्ठे से छत्तीसगढ़ के 32 श्रमिकों को मुक्त कराया. इसके बाद सभी मजदूरों को उनके घर भेजा गया. मजदूरों ने प्रताड़ना के बाद राज्य प्रवासी मजदूर नियंत्रण कक्ष झारखंड सरकार से शिकायत करते हुए मदद मांगी थी. इसके बाद गुमला जिला प्रशासन हरकत में आया और सभी श्रमिकों को मुक्त कराकर बस से सुरक्षित घर भेजा गया.
छत्तीसगढ़ के मजदूरों द्वारा ईंट भट्ठे में प्रताड़ना की शिकायत के बाद गुमला जिला प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया. सीओ भरनो संजीव कुमार, श्रम अधीक्षक एतवारी महतो, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी भरनो मुन्ना राम तथा पुलिस अवर निरीक्षक राजेश सहित पुलिस की टीम बनायी गयी. ईंट भट्ठे में काम करने वाले छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा तथा बलौदा बाजार जिले के मजदूरों को मुक्त कराया गया.
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एतवारी महतो ने बताया कि टीम द्वारा सभी श्रमिकों को सकुशल उनके राज्य वापस भेजने हेतु ईंट भट्ठा के मालिक एवं श्रमिकों के बीच में आपस में समझौता कराया गया. समझौता कराने के बाद ईंट भट्ठे के मालिक द्वारा सभी श्रमिकों को घर वापस भेजने के लिए 12800 रुपये वाहन का किराया तथा चार हजार रुपये अन्य खर्च के रूप में उपलब्ध कराया गया. ईंट भट्ठे में कार्य करने वाले छत्तीसगढ़ के श्रमिक परिवारों के 32 लोग हैं. मुक्त कराये गये श्रमिकों में जांजगीर-चांपा जिला के मुक्ता ग्राम निवासी बबलू महिलागे, बलौदाबाजार जिला के कहरौत ग्राम निवासी मुचु पुरेना, बलौदा बाजार जिले के बिरकुलि ग्राम निवासी दादूराम खरे, जांजगीर-चांपा जिला के मुक्ता ग्राम निवासी राजकुमार महिलागे, जांजगीर चांपा जिला के करमंदी ग्राम निवासी सतेश्वर लाहिरी, दोयाडीह ग्राम निवासी मनोज भारद्वाज तथा बलोदा बाजार जिला के कहारौद ग्राम निवासी चंदू मारकंडे तथा उनके परिवार के सदस्य शामिल हैं.
रिपोर्ट: दुर्जय पासवान