Prabhat Khabar Impact, Jharkhand News, Gumla News, गुमला (दुर्जय पासवान) : तमिलनाडु में बंधक बने झारखंड स्थित गुमला जिला के 8 मजदूरों को पुलिस प्रशासन ने मुक्त करा लिया है. अभी सभी 6 मजदूर तमिलनाडु के नामाकल जिला के पुलिस के संरक्षण में हैं. वहीं, 3 मजदूर अभी भी गायब हैं. लेकिन, नामाकल पुलिस के दबाव के बाद ठेकेदार ने तीनों मजदूरों को बेंगलुरु भेजे जाने की जानकारी दी है. पुलिस उन तीनों मजदूरों को भी बरामद करने में लगी है.
गुमला जिला के 9 मजदूरों में से 6 मजदूरों को पुलिस प्रशासन ने ठेकेदारों के चंगुल से छुड़ा लिया है. वहीं, 3 अन्य मजदूरों को भी बरामद करने में पुलिस लगी है. तमिलनाडु के नामाकल जिला की पुलिस के अनुसार, सभी 6 मजदूर सकुशल हैं. 13 फरवरी को सभी को बस में चढ़ाकर झारखंड के गुमला जिला भेजा जायेगा. 14 फरवरी तक सभी मजदूर अपने गांव पहुंच जायेंगे. ठेकेदार के चंगुल से मुक्त होने के बाद सभी मजदूर खुश हैं और डर के साये से निकल गये हैं.
इधर, परिजनों को जैसे ही अपने बच्चों के मुक्त होने की जानकारी मिली. वे लोग भी काफी खुश दिखे. परिजनों ने प्रभात खबर के प्रति आभार प्रकट किया है. नामाकल की पुलिस ने बताया कि 6 मजदूरों को नामाकल जिला के पारामति बैलोर में रखा गया था. जिस ठेकेदार ने बंधक बनाया था. पुलिस के पहुंचने के बाद से फरार है. ठेकेदार की तलाश की जा रही है.
वहीं, बंधक से मुक्त हुए मजदूर मंगलदेव उरांव ने फोन पर प्रभात खबर को बताया कि पुलिस ने 6 मजदूरों को मुक्त करा लिया है. शेष 3 मजदूरों को रात तक मुक्त कराने का आश्वासन पुलिस द्वारा दिया गया है. मंगलदेव ने कहा कि ठेकेदार ने हम सभी का मोबाइल जब्त किया था. सभी मोबाइल मिल गया है. लेकिन, मोबाइल से सिम कार्ड निकाल लिया गया था. ठेकेदार से सिम कार्ड वापस कराने के लिए पुलिस से मांग की गयी है.
तमिलनाडु में गुमला के 9 मजदूरों के बंधक होने संबंधी प्रभात खबर में समाचार छपते ही झारखंड सरकार के लेबर कमिश्नर रेस हो गये. उन्होंने गुमला के श्रम अधीक्षक एतवारी महतो को मजदूरों के गांव खोरा पतराटोली भेंजे. श्री महतो शुक्रवार की सुबह गांव पहुंचे. मजदूर के परिजनों से बात की. मजदूरों के तमिलनाडु जाने एवं रजिस्ट्रेशन हुआ है या नहीं इसकी जानकारी प्राप्त किये. परिजनों से पूछताछ के बाद श्री महतो ने पूरी जानकारी लेबर कमिश्नर झारखंड सरकार को व्हाटसअप दिये. इसके बाद लेबर कमिश्नर ने तमिलनाडु के लेबर कमिश्नर से संपर्क किये.
इधर, मजदूरों के बंधक होने की सूचना प्रभात खबर ने गुमला के एसपी एचपी जनार्दनन को दिये. इसके बाद गुमला एसपी ने तमिलनाडु पुलिस से संपर्क किये. मजदूरों के बंधक होने की जानकारी देते हुए एक मजदूर मंगलदेव उरांव का मोबाइल नंबर तमिलनाडु पुलिस को दी गयी. इसके बाद तमिलनाडु पुलिस ने शुक्रवार को मजदूर का मोबाइल नंबर ट्रेस कर मजदूरों तक पहुंचे और सभी मजदूरों को मुक्त कराया.
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श्रम अधीक्षक एतवारी महतो ने कहा कि तमिलनाडु के ठेकेदार द्वारा गलत तरीके से मजदूरों को ले जाया गया था. मजदूर जब वापस लौटेंगे, तो मानव तस्करी की प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. साथ ही जो मजदूर 18 वर्ष से ऊपर के हैं उन सभी का रजिस्ट्रेशन कराया जायेगा. श्री महतो ने यह भी कहा कि गुमला के दलाल मिथुन यादव ने सभी मजदूरों को तमिलनाडु भेजने की व्यवस्था की थी. तमिलनाडु से एक बस खोरा पतराटोली गांव आया था. सभी मजदूर बस में बैठकर तमिललाडु गये थे. दलाल मिथुन यादव की तलाश हो रही है. उससे फोन पर बात हुई है. लेकिन, दलाल मिथुन अपना पता नहीं बता रहा है. श्रम अधीक्षक ने यह भी बताया कि मजदूरों के बंधक होने की सूचना प्रभात खबर में छपते ही गांव जाकर जांच किया.
वहीं, गुमला एसपी एचपी जनार्दनन ने कहा कि सूचना के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की. तमिलनाडु की पुलिस से बात की गयी. जिसमें शुक्रवार को 9 मजदूरों में से 6 को बरामद करा लिया गया है. शेष 3 मजदूरों को बरामद करने की प्रक्रिया चल रही है.
Posted By : Samir Ranjan.