Jharkhand News, गुमला न्यूज (दुर्जय पासवान) : झारखंड के गुमला में वाहन चेकिंग के दौरान आर्मी जवान व गुमला पुलिस के बीच नोंकझोंक हो गयी. आर्मी जवान ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए पुलिसकर्मी को सॉरी बोला, लेकिन इसके जवाब में गुमला थाना के सबइंस्पेक्टर ने आर्मीगीरी निकाल देने की धमकी दे डाली. आर्मी जवान जिस बटालियन में कार्यरत है, उसके कमांडिंग ऑफिसर का मोबाइल नंबर नहीं मिल पाने पर सबइंस्पेक्टर ने आर्मी जवान को खरीखोटी सुनायी और हवालात में डालने तक की धमकी दे दी. विवाद बढ़ता देख एक पुलिस अधिकारी ने विवाद को सलटाया. इसके बावजूद आर्मी जवान से हेलमेट व ई-पास नहीं रहने के कारण 1500 रुपये का जुर्माना वसूला गया.
आर्मी जवान गुमला शहर के रहने वाले हैं. उनकी ड्यूटी पठानकोट में है. वे छुट्टी पर घर आये हैं. आज शनिवार को छह बजे उनकी ट्रेन थी. उन्हें ड्यूटी पर जाना था. इसके पहले वे स्कूटी लेकर अपनी पत्नी के साथ कुछ सामान खरीदने बाजार निकले थे. बाजार से घर लौट रहे थे. तभी सिसई रोड छठ तालाब के समीप वाहन चेकिंग अभियान परिवहन विभाग व गुमला थाना की पुलिस द्वारा चलाया जा रहा था. वाहन चेकिंग स्पॉट के पास आर्मी जवान जैसे ही पहुंचे. उन्हें एक पुरुष व दो महिला पुलिसकर्मियों ने रोक लिया. हेलमेट नहीं पहनने का कारण पूछने लगे. आर्मी जवान ने कहा कि घर पर हेलमेट छूट गया है. जल्दबाजी में सामान लेने घर से निकला था. ड्यूटी में पठानकोट जाना है. इसके बावजूद उन्हें जाने नहीं दिया गया. इसी बात को लेकर विवाद बढ़ गया.
महिला पुलिसकर्मी का आरोप है कि आर्मी जवान ने अपशब्द का प्रयोग किया. इसलिए उनकी गाड़ी रोकी गयी थी. वह बार-बार अपशब्द का प्रयोग करता रहा. तब जाकर वरीय अधिकारियों को इसकी सूचना फोन पर दी गयी. इधर, आर्मी जवान ने कहा कि मैंने कोई अपशब्द नहीं कहा है. इधर, महिला पुलिसकर्मी की सूचना पर थाना से दो सब इंस्पेक्टर बाइक से पहुंचे. वे खुद हेलमेट नहीं पहने हुए थे. सब इंस्पेक्टर ने घटनाक्रम की जानकारी ली. इसके बाद आर्मी जवान को थाना चलने के लिए कहने लगे. आर्मी जवान ने पूछा कि मैंने क्या अपराध किया है. जब घर जाने के लिए देर होने लगी तो आर्मी जवान ने कहा कि सब गलती मेरी है. मैं सॉरी बोलता हूं. इसके जवाब में सब इंस्पेक्टर ने आर्मीगीरी निकाल देने की बात कह डाली. आखिर में 1500 रुपये जुर्माना लेकर आर्मी जवान को छोड़ा गया.
Posted By : Guru Swarup Mishra