गुमला : झारखंड सरकार में मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव का पीए बनकर ठग द्वारा ठगी करने का असफल प्रयास किया गया है. झारखंड में साइबर क्राइम को मामला कोई नया नहीं है. यहां जामताड़ा और देवघर जिला साइबर क्राइम के लिए पूरे देश में मशहूर है. वहीं अब ठग नये नये तरीके अपनाकर लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं. गुमला में एक ऐसा ही मामला सामने आया है. मामला क्या है. पढ़ें, गुमला प्रभात खबर के ब्यूरो दुर्जय पासवान की रिपोर्ट…
थाना में दर्ज शिकायत के अनुसार गुरुवार की शाम चार बजे ठग ने मोबाइल नंबर 7595829835 से चैनपुर निवासी सुनील बारला के मोबाइल पर कॉल किया. सुनील द्वारा कॉल रिसीव करने पर ठग ने खुद को मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव का पीए बताते हुए अपना नाम अविनाश बताया. उसने बताया कि मैं मंत्री का पीए अविनाश बोल रहा हूं. झारखंड से जुड़ी हर Latest News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
उसने आगे कहा कि डॉ रामेश्वर उरांव ने तुम्हारे नाम पर अनुदान में ट्रैक्टर दिया है. तुम तत्काल मेरे बैंक खाता में 30 हजार रुपये डाल दो. दो घंटे बाद तुम्हें ट्रैक्टर उपलब्ध करा दिया जायेगा. इसके बाद सुनील बारला ने कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता माणिकचंद साहू से संपर्क किया और मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव के पीए के नाम से अविनाश द्वारा फोन कर ट्रैक्टर देने के संबंध में जानकारी ली.
इस पर श्री साहू ने अनभिज्ञता जाहिर की और डॉ रामेश्वर उरांव से संपर्क कर मामले की जानकारी दी. इस पर मंत्री रामेश्वर उरांव ने बताया कि उनके पास अविनाश नाम का कोई भी व्यक्ति काम नहीं करता है. इसके बाद माणिकचंद साहू ने ठग पर प्राथमिकी दर्ज करने के संबंध में गुमला एसपी को आवेदन दिया. श्री साहू ने आवेदन में मोबाइल नंबर 7595829835 के अलावा और भी दो अन्य मोबाइल नंबर दिया है और आशंका व्यक्त की है कि ये ठगों का गिरोह है और ठगी का काम करते हैं. ऐसे ठगों पर कार्रवाई होनी चाहिए.