Jharkhand News: झारखंड के गुमला जिले के घाघरा प्रखंड में अब बदलाव की कहानी लिखी जा रही है. खासकर शिक्षा, खेल को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है. यही वजह है कि घाघरा के कई छात्र जेपीएससी में सफल होकर बीडीओ, सीओ बन चुके हैं. अंतरराष्ट्रीय एथलीट सुप्रीति कच्छप ने तो घाघरा प्रखंड को पूरे देश में एक नयी पहचान दिलायी है. प्रभात खबर ने रन्हे स्कूल के कुछ बच्चों से बात की. उनकी सोच और सपने को जानने की कोशिश की. इसमें कई बच्चे आईएएस, तो कुछ बीडीओ-सीओ तो कुछ बच्चे वैज्ञानिक बनना चाहते हैं. अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए छात्र अभी से तैयारी कर रहे हैं.
अभी से लक्ष्य तयकर पढ़ रहे
दसवीं कक्षा के छात्र अमन साहू ने कहा कि उसे बड़ा होकर विज्ञान को साथ में रखते हुए जेपीएससी की तैयारी कर झारखंड में अधिकारी बनना है. दसवीं कक्षा की रिया कुमारी ने कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में और आगे तक जाना है. बीएससी के बाद यूपीएससी की तैयारी करनी है. सातवीं कक्षा के अरविंद उरांव ने कहा कि सिविल सर्विसेस की तैयारी कर सफलता हासिल करना ही अंतिम लक्ष्य है. छठी कक्षा के मनीष उरांव ने कहा कि विज्ञान विषय से जुड़ी आधुनिक तकनीक का ज्ञान हासिल करना है, ताकि मैं वैज्ञानिक बन सकूं.
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अधिकारी बनने की है तमन्ना
आठवीं कक्षा के देवराम उरांव ने कहा कि मैं यूपीएससी परीक्षा के लिए तैयारी कर रहा हूं और मेरा अंतिम लक्ष्य अधिकारी बनना है. आठवीं कक्षा के हिमेश कुमार साहू ने कहा कि मुझे विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ना है. मेरा यह पसंदीदा विषय है. आठवीं कक्षा की नैना कुमारी ने कहा कि हमें विज्ञान से काफी कुछ सीखने को मिलता है. इसे हम दिनचर्या में प्रयोग कर प्रैक्टिकल करते हैं. मैं जेपीएससी की तैयारी कर झारखंड में अधिकारी बनना चाहती हूं.
रिपोर्ट : अजीत साहू, घाघरा, गुमला