Christmas 2021: झारखंड के गुमला धर्मप्रांत के सभी 38 चर्च में ओमिक्रॉन (कोरोना) से बचने की विशेष तैयारी की गयी है. 50 प्रतिशत श्रद्धालुओं की उपस्थिति में चर्च में प्रार्थना होगी. इस दौरान मास्क, सैनिटाइजर व सामाजिक दूरी का पालन करना है. वहीं क्रिसमस पर्व में चर्च में होने वाले रात्रि जागरण एवं प्रात: कालीन मिस्सा पूजा की तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. इस वर्ष कोरोना महामारी के कारण संत पात्रिक महागिरजाघर गुमला के अलावा गुमला शहर एवं शहर से सटे ग्रामीण क्षेत्रों के चर्च में भी रात्रि जागरण एवं प्रात: कालीन मिस्सा पूजा होगी.
संत पात्रिक महागिरजाघर गुमला की ओर से संबंधित चर्च के पदाधिकारियों को पत्र जारी किया गया है. पत्र के माध्यम से रात्रि जागरण एवं प्रात:कालीन मिस्सा सहित कोरोना से बचने के नियमों का पालन करने संबंधित आदेश भी जारी किया गया है. साथ ही रात्रि जागरण एवं प्रात: कालीन मिस्सा के दौरान सैनिटाइजर की व्यवस्था सुनिश्चित करने, अनिवार्य रूप से मास्क पहनने एवं सामाजिक दूरी के नियमों के पालन के साथ मात्र 50 प्रतिशत श्रद्धालुओं की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है.
24 दिसंबर को रात्रि जागरण का मुख्य मिस्सा संत पात्रिक महागिरजा में रात्रि 10.30 बजे से होगा. मिस्सा के मुख्य अनुष्ठाता गुमला धर्मप्रांत के प्रशासक फादर लिनुस पिंगल एक्का होंगे, जबकि संत पात्रिक महागिरजा के पल्ली पुरोहित फादर जेरोम एक्का सहित अन्य पुरोहित मिस्सा पूजा में सहायक होंगे. वहीं संत अन्ना, उर्सुलाईन, संत इग्नासियुस एवं नेट्रोडैम में भी रात्रि जागरण का मिस्सा होगा. रात्रि जागरण के बाद 25 दिसंबर की सुबह सात बजे उपरोक्त स्थानों में प्रात: कालीन मिस्सा भी होगी. इसके अलावा बोक्टा महुआटोली, तेलगांव, कुंबाटोली, बरिसा नकटीटोली आदि जगहों पर भी 25 दिसंबर की सुबह सात बजे प्रात: कालीन मिस्सा होगी. पल्ली पुरोहित फादर जेरोम एक्का ने बताया कि 24 दिसंबर को रात्रि जागरण एवं 25 दिसंबर को प्रात: कालीन मिस्सा की तैयारियां पूरी हो गयी है. कोरोना महामारी के कारण इस बार कई चर्चों में मिस्सा का आयोजन किया जा रहा है. मिस्सा के दौरान कोरोना महामारी से बचने के नियमों का पालन किया जायेगा.
ईसाई धर्मावलंबियों के इंतजार की घड़ियां खत्म होने वाली हैं. क्रिसमस में अब महज एक दिन शेष रह गया है. इस बीच ओमिक्रॉन का भय है. कड़ाके की ठंड भी है. इसके बावजूद धर्मावलंबियों में क्रिसमस की खुमारी है. धर्मावलंबी क्रिसमस पर्व को सगे-संबंधियों और दोस्तों संग खुशनुमा माहौल में मनाने के लिए तैयारी में लगे हुए हैं. धर्मावलंबी अपने-अपने घरों का रंगरोगन कर सजा रहे हैं. धर्मावलंबियों ने अपने घर के छत्त पर स्टार लगाया है. कई जगहों पर चरनी बना ली गयी है, जबकि अधिकतर जगहों पर अभी भी चरनी बनाने का काम चल रहा है, जो ईसा मसीह के आगमन का संदेश दे रहा है. चर्च को भी सजाने का काम शुरू हो गया है. धर्मावलंबी बाजार से स्टार, क्रिसमस ट्री, सांता क्लॉज का कपड़ा, पोटली व टोपी, सजावटी लाइट, झालर, बैलून, चरनी आदि की खरीदारी कर रहे हैं.
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रिपोर्ट: जगरनाथ पासवान