Jharkhand news: गुमला प्रखंड से 20 किमी दूर कसीरा पंचायत के गढ़टोली गांव के पहाड़ में झोपड़ी बनाकर बीते कई महीनों से चंगाई के बहाने धर्मांतरण किया जा रहा था. इसकी जानकारी ग्रामीणों को हुई, तो विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इस चंगाई कार्यक्रम को बंद करा दिया. इस दौरान सैंकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने गढ़टोली पहाड़ में चल रहे चंगाई कार्यक्रम स्थल को घेर लिया था. लेकिन, मौके पर पुलिस ने पहुंचकर मामला को शांत कराया.
बजरंग दल के जिला संयोजक मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि गुमला प्रखंड के कसीरा, कुलाबीरा, कोयंजारा और गढ़टोली गांव में धर्मांतरण का मामला सामने आया है. विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और ग्रामीणों ने धर्मांतरण का विरोध किया है.
विगत छह वर्षों से सरना सनातनी समाज को षड़यंत्र के तहत धर्मांतरण कराया जा रहा था. गढ़टोली गांव में अवैध रूप से जमीन कब्जा कर झोपड़ी में सामूहिक चंगाई कार्यक्रम हो रहा था. जहां 50 से 60 की संख्या में धर्मांतरण कराया जा रहा था. जिसमें पास्टर के रूप में पश्चिमी सिंहभूम से एक व्यक्ति आया है.
गढ़टोली गांव में सप्ताह के हर रविवार को चंगाई सभा होता है. अबतक 40 की संख्या में सरना सनातनी को प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराया गया है. पास्टरों द्वारा हिंदू समाज में चंगाई सभा कराकर समाज को तोड़ने का कार्य किया जा रहा है. जिसमें कोयंजारा, गढ़टोली, कुलाबीरा, पतिया के लोग काफी आक्रोशित हैं. इस मुददे को लेकर गांव में बैठक हुई. विरोध जुलूस भी निकाला गया.
श्री सिंह ने कहा कि पास्टर गांव में आकर लोगों को भड़काने का काम ना करें वर्ना हिंदू समाज गुमला जिला में आंदोलन करेगी. उन्होंने झारखंड सरकार से अपील करते हुए कहा कि सभी चंगाई सभा को बंद कराये. गढ़टोली में धर्मांतरण करानेवाले पास्टरों के खिलाफ प्रशासन कानूनी कार्रवाई करें.
रिपोर्ट: दुर्जय पासवान, गुमला.