Jharkhand News: छत्तीसगढ़ राज्य से घुसे 22 हाथियों के झुंड का गुमला जिले के जारी प्रखंड में उत्पात जारी है. जारी प्रखंड के सीसी करमटोली पंचायत के श्रीनगर गांव के विधवा सुखमणि देवी के घर को गुरुवार की रात जंगली हाथियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया. जानकारी के अनुसार, प्रखंड में 20 हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है. इसी झुंड ने विधवा सुखमनी देवी के घर को चार जगह क्षतिग्रस्त कर दिया. साथ ही घर में रखे अनाज को भी चट कर दिया. दीवार गिरने से बर्तन नष्ट हो गया. पीड़िता सुखमनी देवी ने वन विभाग से मुआवजे की मांग की है. यहां बता दें कि जारी के अलावा चैनपुर, रायडीह व डुमरी प्रखंड में लगातार हाथी लोगों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. 10 दिन के अंदर दर्जनों घरों को तोड़ चुके हैं. फसलों को बर्बाद किया है. यहां तक कि जारी में एक किसान को भी कुचल कर मार डाला था.
भरनो में भी उत्पात
भरनो प्रखंड के रायकेरा, बांधटोली गांव में जंगली हाथियों ने उत्पात मचाया. हाथियों ने किसानों के फसलों को बर्बाद कर दिया. किसान इंताफ अंसारी के तरबूज का नर्सरी, आलू व फ्रेंचबीन के फसल को खाया व रौंद दिया. साथ ही आसिम अंसारी का आलू व टमाटर के फसल को खा गया. किसानों ने बताया किरायकेरा जंगल से दो जंगली हाथी निकले और खेतों में लगे फसलों पर टूट पड़े. किसानों ने वन विभाग से मुआवजा की मांग की है.
चैनपुर प्रखंड में भी हाथियों का उत्पात
इधर, चैनपुर प्रखंड मुख्यालय में भी पिछले एक सप्ताह से हाथियों का उत्पात लगातार जारी है. आये दिन जंगली हाथियों का झुंड चैनपुर प्रखंड के कई गांवों में आकर जहां खेतों में लगे फसलों को बर्बाद कर रहा है, वहीं घरों को भी क्षतिग्रस्त कर रहा है. हाथियों के उत्पात से परेशान होकर ग्रामीण रात-रात भर जागकर सुरक्षा में लगे रहने को मजबूर हैं. हाथियों के झुंड द्वारा प्रखंड मुख्यालय के रामपुर झड़ गांव, बहड़ाटोली, बुकमा आदि गांवों में कई घरों को तोड़ा गया, वहीं खेतों में लगे फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचाया गया है. ताजा मामला बुकमा गांव का है जहां हाथियों ने मनोज लोहरा एवं जगदीश भगत के घर को क्षतिग्रस्त कर दिया. दोनों पीड़ित ग्रामीणों ने बताया कि करीब 10 बजे हाथियों ने गांव में प्रवेश किया और घर को तोड़ दिया. किसी तरह अपनी जान बचाकर घर से बाहर निकल पाये. घर तोड़ने के बाद हाथियों ने घर में रखे अनाज को चट कर गया.
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रतजगा करने को मजबूर हैं ग्रामीण
बता दें कि क्षेत्र में हाथियों का आतंक इतना है कि प्रभावित क्षेत्र के लोग रतजगा करने को विवश हैं. ग्रामीणों की माने, तो उन्हें वन विभाग से भी कोई मदद अब तक नहीं मिली है. हालांकि, वन विभाग द्वारा बाहर से हाथियों को भगाने के लिए टीम बुलाई गई है. अब देखना है कि टीम हाथियों को खदेड़ने में सफल होती है या नहीं. इधर लोगों ने हाथी प्रभावित क्षेत्रों में टार्च एवं पटाखे की मांग की है. ग्रामीणों ने कहा कि चैनपुर, जारी और डुमरी प्रखंड में जंगली हाथी के आतंक से ग्रामीण चैन की नींद भी नहीं सो पा रहे हैं. वहीं, वन विभाग भी इन हाथियों को भगाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है.