Jharkhand news: गुमला जिला अंतर्गत सिसई थाना के लकेया गांव में अंधविश्वास में गांव के कुछ लोगों ने दो सगे भाइयों संजय उरांव और अजय उरांव को बेरहमी से पिटाई कर दी. पिटाई के बाद दोनों भाई अधमरा हो गये. पिटाई के बाद दोनों को बिजली खंभा से बांधकर रखा था. हमलावरों ने अजय उरांव का बायां आंख को लोहे के रड से मारकर फोड़ दिया. पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर दोनों भाइयों की जान बचायी और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया.
भाइयों की पिटाई होते देख छोटी बहन भागकर थाना पहुंची और पुलिस को सूचना दी थी. इसके बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची थी. इस मामले में संजय उरांव ने लकेया पंचायत की मुखिया सुगिया देवी समेत 10 लोगों के खिलाफ डायन बिसाही के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कराया. जिसमें लकेया गांव निवासी प्रवीण उरांव, जगतपाल उरांव, विश्वनाथ उरांव, रोहित उरांव, अमित उरांव, विजय उरांव, बोलवा उरांव, मोती उरांव और रंथू गोप को आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करते ही 7 लोगों को गिरफ्तार किया है.
संजय उरांव ने दर्ज प्राथमिकी में कहा है कि लकेया पंचायत की मुखिया सुगिया देवी एक साजिश के तहत मेरे माता-पिता के खिलाफ अक्सर डायन-बिसाही का आरोप लगाते रहती है. रंथू गोप से मिलकर मुखिया सुगिया देवी ने मेरे पूरे परिवार को गांव से बहिष्कृत करा दी है. ग्रामीणों को दारू और मुर्गा खिलाकर मेरे पूरे परिवार को जान से मारने के लिए उकसाते रहती है. बीते शनिवार को मेरा भाई अजय उरांव अपने बाइक से शाम के करीब 8-9 बजे घर लौट रहा था. इसी दौरान बोलवा उरांव के घर के पास उक्त सभी लोग मेरा भाई को रोक लिया और जान से मारने की नियत से मारकर घायल कर दिया. काफी देर तक अजय के घर नहीं आने पर मैं उसे खोजने गया तो, देखा कि मेरा भाई अधमरे स्थिति में बिजली के पोल से बंधा हुआ है.
मुझे देखते ही उक्त लोगों ने मुझे भी डायन का बेटा को जान से मार दो कहते हुए मेरे ऊपर भी जान लेवा हमला कर घायल कर दिया. मेरे भाई के साथ मुझे भी पोल से बांध दिया. मेरे भाई का मोबाइल और 13 हजार पांच सौ रुपये भी लूट लिया. इसी बीच घटना की सूचना मिलने पर मेरे माता-पिता व अन्य परिजन मौके पर पहुंचकर बीच बचाव करने लगे, तो उन लोगों के ऊपर भी ईंट-पत्थर से हमला कर दिया. जिससे कई लोग आंशिक रूप से घायल हो गये.
कहा कि मेरी बहन रात में भागते हुए थाना पहुंचकर घटना की जानकारी दी. तब पुलिस मौके पर पहुंचकर हम दोनों भाइयों को उनलोगों से मुक्त कराकर इलाज के लिए सिसई अस्पताल पहुंचाया. जहां डॉक्टर ने मेरे भाई अजय उरांव की बायां आंख फूट जाने की जानकारी देते हुए दोनों को बेहतर इलाज के लिए गुमला सदर अस्पताल, रेफर कर दिया. आवेदक ने उक्त सभी लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगायी है.
पीड़ित संजय उरांव ने बताया कि मुखिया द्वारा करीब डेढ़ साल से हमारे खिलाफ षड्यंत्र के तहत डायन-बिसाही का दुष्प्रचार कर ग्रामीणों को भ्रमित कर प्रताड़ित कर रही है. पूर्व में भी डायन बिसाही का आरोप लगाकर हमारे साथ मारपीट किया गया था. जिसका 27 जुलाई को सिसई थाना में लिखित सूचना देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर 7 सितंबर को एसपी को लिखित सूचना देकर कार्रवाई की मांग की गयी थी. फिर भी प्रशासन इस दिशा में कोई पहल नहीं किया गया और दोबारा इस प्रकार की घटना घट गयी.
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लकेया पंचायत की मुखिया सुगिया देवी ने कहा कि मेरे ऊपर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है. मारपीट की घटना की जानकारी मिलते ही पति मोती उरांव के साथ घटनास्थल के पास पहुंची और बीच बचाव कर मामला को शांत कराया. पुलिस को सूचना देकर बुलाया गया. करीब 10 वर्षों से संजय उरांव के परिवार से मेरा पुस्तैनी जमीन का विवाद चल रहा है. उनलोगों के द्वारा हमेशा मुझे बदनाम करने और फंसाने की साजिश किया जाता रहा है.
Posted By: Samir Ranjan.