Jharkhand news: झारखंड का कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा को अभी गुमला जेल में रखा गया है. इसके ऊपर हत्या, आर्म्स एक्ट, रंगदारी के चार दर्जन से अधिक मामले दर्ज है. यह जिस जेल में रहा है, उसी जेल में इसका शासन चलने लगता है. इसलिए 2021 के नवंबर माह में धनबाद जेल से सुजीत को गुमला जेल शिफ्ट किया गया. लेकिन, पैसा और पावर के बल पर सुजीत गुमला जेल में भी राज करने लगा.
गुमला जेल में बंद गैंगस्टर सुजीत सिन्हा की पार्टी करते हुए तस्वीर वायरल होने के बाद जेल आइजी मनोज कुमार ने सहायक जेल आइजी हामिद अख्तर के नेतृत्व में एक जांच टीम गठित की है़ जांच टीम मंगलवार को गुमला जेल पहुंची़ टीम जांच के बाद रिपोर्ट जेल आइजी काे सौंपेगी़ जेल आइजी का कहना है कि जांच में यह देखा जायेगा कि जो तस्वीर वायरल हुई है वह गुमला जेल का है या कहीं और का़ यह कब की तस्वीर है इसकी भी जांच की जायेगी़ जेल आइजी ने कहा कि जांच के बाद इस मामले में जिसकी भी संलिप्तता पायी जायेगी इस पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जायेगी़
गुमला जेल में सुजीत सिन्हा अक्सर अपने गुर्गो के साथ चिकन, मटन और शराब की पार्टी मनाता है. इसका एक फोटो वायरल हुआ है. फोटो वायरल होने के बाद मंगलवार को गुमला डीसी शिशिर कुमार सिन्हा के निर्देश पर एसडीओ रवि आनंद, डीएसपी प्राण रंजन, इंस्पेक्टर सह थानेदार मनोज कुमार, सार्जेंट मेजर प्रणव कुमार ने जेल पहुंचकर गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के कारनामों की जांच की है. जांच घटों तक चली.
जांच में इसकी पुष्टि हुई है कि सुजीत सिन्हा जेल के अंदर अपने ही सेल को दावतखाना बना दिया है. जहां वह जेल में बंद दूसरे कैदियों व अपने कुछ गुर्गो के साथ अक्सर शराब की पार्टी करता है. हालांकि, फोटो वायरल होने के बाद दो दिनों से सुजीत सिन्हा ने अपने सेल में पार्टी मनाना बंद कर दिया है.
एसडीओ ने जांच के बाद कहा है कि गुमला डीसी के निर्देशानुसार जांच की गयी है. जेल में बंद कई कैदियों से पूछताछ किया गया. इसमें कुछ कैदियों ने कहा है कि जेल में पार्टी मनायी गयी है. सुजीत सिन्हा अपने गुर्गो के साथ पार्टी मनाता है, जबकि गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के साथ जिन कैदियों का फोटो वायरल हुआ है. उन कैदियों ने सुजीत सिन्हा से मिलकर पार्टी मनाने की बात से इंकार किया है. एसडीओ ने कहा कि जांच रिपोर्ट तैयार कर डीसी को सौंपा जायेगा. सीनियर अधिकारी के स्तर से आगे की कार्रवाई होगी.
झारखंड के चर्चित डॉक्टर आरबी चौधरी हत्याकांड के आरोपी गुमला जेल में बंद है. सुजीत सिन्हा इन्हीं लोगों से दोस्ती किया है. हालांकि, सुजीत उम्र में बड़ा है, परंतु क्राइम करने के कारण इन लोगों की जेल में खूब पट रही है. इसलिए ये लोग जेल में मिलकर खूब ऐश-मौज कर रहे हैं. हालांकि, प्रशासन ने दीपक कुमार, सूरज कुमार सहित अन्य कैदियों से पूछताछ की, तो उनलोगों ने सुजीत के साथ दोस्त करने व पार्टी मनाने की बात से इंकार किया है.
गुमला जेल में जिस सेल में सुजीत सिन्हा को रखा गया है. उस सेल में बैठकर सुजीत ने एक फोटो खींचवाया है. फोटो में वह मोंछ में ताव दे रहा है जबकि उसके सामने दो हजार व पांच सौ रुपये के नोट की गड्डी रखी हुई है. शराब की बोतल भी है. जबकि एक दूसरे फोटो में कुछ दूसरे कैदी हैं जो सुजीत के साथ बैठकर पार्टी मना रहे हैं. सिगरेट का कश भी लगाते नजर आ रहा है.
जेल के अंदर मोबाइल, शराब, चिकन, मटन, सिगरेट व नोटों की गड्डी कैसे पहुंची है. यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है. हालांकि, जेल प्रशासन का शक अपने ही कर्मचारियों व कुछ सुरक्षाकर्मियों पर है. क्योंकि कुछ सुरक्षाकर्मी स्थानीय हैं और उन्हें अनुबंध पर रखा गया है. प्रशासन ने अपने स्तर से मामले की जांच की है. वहीं, जेल प्रशासन भी इस मामले को लेकर जांच कर रही है, ताकि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो सके.
गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के खिलाफ धनबाद, रांची, हजारीबाग, चतरा, रामगढ़, लातेहार, पलामू में कई मामले दर्ज है. वह ठेकेदार व कारोबारियों से रंगदारी की मांग करता है. नहीं मिलने पर अपने गुर्गो से हत्या करवा देता है. उसे आजीवन कारावास की सजा हुई है, लेकिन उसके कारनामों के कारण उसे अलग-अलग जेल में अक्सर शिफ्ट किया जाता रहा है. उसे अक्सर अलग सेल में रखा जाता है, लेकिन गुमला में ऐसी व्यवस्था नहीं होने के कारण वह गुमला जेल में बंद कैदियों के संपर्क में आकर यहां भी अपना कारनामा शुरू कर दिया है.
इस मामले में गुमला जेल के जेलर कोलेश्वर राम ने कहा कि जेल के अंदर बाहर का सामान कैसे पहुंचा. यह जांच का विषय है. जेल में कई ऐसे कर्मचारी व सुरक्षाकर्मी हैं जो स्थानीय हैं. जेल प्रशासन हर पहलुओं पर जांच कर रही है. इसमें जो भी दोषी होंगे. उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. एसडीओ के नेतृत्व में टीम ने जेल के अंदर पहुंचकर हर पहलुओं की जांच की है.
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