गुमला, दुर्जय पासवान. दिल्ली के स्वर्ण व्यवसायी के कार्यालय से चोरी किये गये रुपये राउरकेला ले जाने के क्रम में गुमला में बरामद हुआ है. पुलिस की जांच में अपराधी मो फरीद के पास से छह करोड़, 53 लाख, 97 हजार, 730 रुपये बरामद हुए हैं. एक सोने की चेन व तीन सोने की अंगूठी बरामद हुई है. इस पूरे मामले को लेकर एसपी डॉक्टर एहतेशाम वकारीब ने पुलिस मेंस एसोसिएशन कार्यालय में गुरुवार को प्रेसवार्ता की.
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दिल्ली के करोलबाग से तीन लोगों ने स्वर्ण व्यवसायी के कार्यालय से की थी चोरी
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ओडिशा के राउरकेला ले जाने के क्रम में गुमला में गुप्ता बस से बरामद हुए थे रुपये
प्रेसवार्ता में गुमला के एसपी ने कहा कि पैसा मिलने के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को भी सूचना दी गयी है. उन्होंने कहा कि हमें गुप्त सूचना मिली थी कि तीन व्यक्ति दिल्ली स्थित करोलबाग के गली नंबर-6 में रहने वाले एक सोना व्यापारी के अपार्टमेंट से करीब 6-7 करोड़ रुपये लेकर भागे हैं, जो गुमला के रास्ते राउरकेला जा रहे हैं. एसपी ने अविलंब गुमला-लोहरदगा रोड पर वाहन चेकिंग लगाने का निर्देश गुमला थाना को दिया गया. एक दंडाधिकारी भी प्रतिनियुक्त किया गया.
चार अप्रैल की रात 11:55 बजे छापामारी दल चंदाली स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास पहुंचा व वाहन चेकिंग शुरू किया. करीब डेढ़ बजे रात में गुप्ता बस पहुंची, जिसे साथ गये दंडाधिकारी सुदीप राज के सहयोग से रोका गया. मजिस्ट्रेट के समक्ष बस के अंदर व बस की डिक्की की तलाशी ली गयी. तलाशी में बस के पीछे वाली डिक्की में पांच बैग सभी में सामान भरा हुआ बंद अवस्था में बरामद किया गया.
इस संबंध में उक्त बस में सवार यात्रियों से डिक्की में रखे ट्रॉली बैग व पिठू बैग के संबंध में पूछताछ करने पर एक व्यक्ति सामने आया. संदिग्ध प्रतीत होने पर उस व्यक्ति से नाम पता पूछने पर वह अपना नाम मो फरीद खान (22) राउरकेला मालगोदाम काली मंदिर के पास थाना उदित नगर जिला सुंदरगढ़ (ओड़िशा) बताया.
उस व्यक्ति से बैग में रखे सामान के संबंध में पूछने पर बताया कि उक्त बैगों में दिल्ली के करोलबाग गली नंबर-6 से चोरी किया हुआ लगभग 6-7 करोड़ नगद व अन्य सामान है. जिसे उन्होंने अपने दो दोस्त राउरकेला मालगोदाम के विशाल मंडल व मो कैफ की सहायता से योजनाबद्ध तरीके से चोरी किया. इसके बाद दिल्ली से डाल्टेनगंज आनेवाली बस से तीनों डाल्टेनगंज पहुंचे. डाल्टेनगंज से राउरकेला जाने वाली गुप्ता बस पर सभी बैग को डिक्की में डाल कर राउरकेला जा रहे थे.
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इस बीच बस से आ रहे दो व्यक्ति विशाल मंडल व मो कैफ बहाना बना कर बस से उतर गये. फरीद खान बस से नहीं उतरा. आगे चंदाली के पास छोटा बड़ा पांच बैग में रखे कैश के साथ पकड़ा गया. संदिग्ध मो फरीद खान से पूछताछ करने पर बताया कि उनका एक दोस्त विशाल मंडल माह जनवरी में अपने चाचा सुनील कुमार मंडल की मदद से दिल्ली के सोना व्यापारी टेकचंद सोनी के पास काम पर रखवाया था, जो अपने दोस्त मो फरीद खान व मो कैफ को बुला कर अपार्टमेंट के अलमीरा में रखे दो सोने की चेन पहन कर तथा नगद कैश को छोटे बड़े पांच बैग व ट्रॉली बैग में भरकर भाग गये.
गुरुवार की सुबह अग्रणी जिला प्रबंधक गुमला अपनी टीम व कैश गिनती करने वाले उपकरण के साथ थाना आये. सील पांचों बैग को दंडाधिकारी, स्टेट बैंक ऑफ मेन ब्रांच गुमला, बैंक ऑफ इंडिया गुमला, एक्सिस बैंक के कर्मचारियों की उपस्थिति में वीडियो ग्राफर के साथ आयकर विभाग की टीम अग्रणी जिला प्रबंधक की टीम एवं पुलिस पदाधिकारी के समक्ष विधिवत सील बंद कमरा को खोल कर कमरे के अंदर रखे सील बंद बैग को बारी बारी से खोलकर विधिवत कैश गिनती की गयी. कैश गिनती के बाद एलडीएम द्वारा उक्त कैश के संबंध में प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया.
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एसपी ने बताया कि राशि अधिक होने के कारण आइटी विभाग, बैंक, एलडीएम की उपस्थिति में थाना में नोट गिनने वाली मशीन लगायी गयी. नोट की गिनती सवा 10 बजे शुरू हुई थी, जो लगभग छह घंटे चली. इसमें छह करोड़, 53 लाख, 97 हजार 730 रुपये बरामद किये गये. नोट की गिनती के संबंध में एसपी ने बताया कि पांच बैग से बरामद नोट में दो हजार, पांच सौ, दो सौ व एक सौ के नोट थे.
एसपी ने कहा कि इस मामले की जांच इनकम टैक्स तो कर रही है. वहीं हमने इडी (प्रवर्तन निदेशालय) को भी इसकी सूचना दी है. वह भी इतनी बड़ी राशि के लिए अपनी ओर से जांच शुरू करेगी.
एसपी ने कहा कि आरोपी को न्यायिक हिरासत में प्रस्तुत कर जेल भेजा जा रहा है. वहीं बरामद पैसे के संबंध में कहा कि पैसा कोर्ट के आदेश मिलने पर जहां आदेश रखने का होगा, वहां रखवाया जायेगा. वर्तमान में सभी बरामद पैसा को सील कर दिया गया है.
गुप्ता बस से संदिग्ध व बरामद पैसा की गिनती शुरू होने से पूर्व ही थाना परिसर में पत्रकारों को थाना परिसर में प्रवेश करने पर रोक दी गयी थी. देर शाम पौने छह बजे तक पत्रकारों को जानकारी देने से पुलिस कतराते रहे. शाम में थाना द्वारा पत्रकारों को प्रेसवार्ता की सूचना मिलने पर भी थाना परिसर पहुंचने पर थाना में प्रवेश करने से रोका गया. अंत में पुलिस मेंस एसोसिएशन के कार्यालय में प्रेसवार्ता एसपी द्वारा की गयी.
दंडाधिकारी सह डीडब्ल्यूओ सुदीप राज, एसडीपीओ मनीषचंद्र लाल, थानेदार विनोद कुमार, सार्जेंट मेजर प्रणव कुमार, एसआइ दीपक कुमार रोशन, एसआइ गुलाम मुस्तफा, एएसआइ बीरबल कुमार पांडेय, एएसआइ बबलू बेसरा, हवलदार रामधन उरांव, हवलदार जयशंकर कुमार, आरक्षी सुनील कुमार, रामवीर राम, जितेंद्र लोहरा, सहायक आरक्षी रवि भगत, राजेश लोहरा समेत पुलिस जवान मौजूद थे.