Jharkhand news, Gumla news : गुमला : (दुर्जय पासवान) : दिल्ली में बेची गयी गुमला की आदिवासी बेटी को रेस्क्यू कर आफ्टर केयर होम निर्मल छाया में रखा गया है. यहां बच्ची का काउंसलिंग हुआ. अब वह अपने को सुरक्षित महसूस कर रही है. वहीं, दिल्ली के अस्पताल में मेडिकल के बाद बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है. उसका कोरोना संक्रमण की जांच भी हुई. रिपोर्ट निगेटिव आया है. इधर, गुमला पुलिस बच्ची के रेस्क्यू से लेकर इलाज एवं संरक्षण हर गतिविधि की जानकारी ले रही है. बच्ची के रेस्क्यू के बाद अब उसे गुमला लाया जायेगा. इसके लिए गुमला एसपी एचपी जनार्दनन ने बसिया एसडीपीओ दीपक कुमार को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कार्रवाई करने के लिए कहा है.
एसपी से मिले निर्देश के बाद एसडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया है. बच्ची को गुमला लाने के लिए गुमला की पुलिस टीम दिल्ली जायेगी. टीम में केस के अनुसंधानकर्ता पुअनि अजय महतो एवं 2 पुलिस महिला पदाधिकारी को शामिल किया गया है. ये तीनों पुलिस अधिकारी दिल्ली जायेंगे.
पुअनि अजय महतो एवं 2 महिला पुलिस पदाधिकारी का रेल टिकट अभी कंफर्म नहीं हुआ है. चूंकि अभी झारखंड से दिल्ली के लिए सप्ताह में 2 दिन ही रेल चल रही है. अब 25 अक्तूबर को रेल है. अगर 25 अक्तूबर तक टिकट कंफर्म हो जाता है, तो तीन सदस्यीय पुलिस टीम दिल्ली के लिए रवाना होगी. नहीं तो फिर दुर्गा पूजा के बाद ही टीम दिल्ली जा पायेगी. हालांकि, गुमला पुलिस प्रयास कर रही है कि 25 अक्तूबर के रेलयात्रा के लिए टिकट कंफर्म हो जाये और टीम दिल्ली जाकर बच्ची को गुमला ला सके.
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आदिवासी बच्ची को दिल्ली में बेच दिया गया है और वह एक घर में बंधक है. यह समाचार प्रभात खबर में छपने के बाद गुमला के पुलिस अधीक्षक एचपी जनार्दनन द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (SDPO) दीपक कुमार के नेतृत्व में टीम बनाकर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया. प्राप्त शिकायत के आधार पर पीड़िता के दादा भुखन लोहरा के आवेदन पर गुमला के आहतू थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी. वहीं, पीड़िता को दिल्ली से वापस लाने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.
एसडीपीओ दीपक कुमार ने बताया कि पीड़िता को दिल्ली की बचपन बचाओ आंदोलन संस्था द्वारा सफलतापूर्वक रेस्क्यू कराया गया है. इस प्रक्रिया में संस्था की स्वाति झा और डॉली जोशी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. रेस्क्यू के बाद बच्ची की चिकित्सीय जांच करायी गयी है. अभी बच्ची आफ्टर केयर होम निर्मल छाया में है. उन्होंने कहा कि बच्ची के रेस्क्यू होने के बाद खुद दिल्ली स्थित संस्था से समन्वय स्थापित कर आगे की कार्रवाई में लगे हैं. उन्होंने बताया कि बच्ची पालकोट प्रखंड के नागोटोली गांव की है.
इधर, मानव तस्कर रंजीत उर्फ अजीत लोहरा अपने गांव से फरार है. जैसे ही दादा ने अपनी पोती के तस्करी की प्राथमिकी थाने में दर्ज कराये. पालकोट थाना के थानेदार सिद्धेश्वर सिंह पुलिस बल के साथ आरोपी को पकड़ने उसके गांव पहुंचे. लेकिन, घर पर आरोपी रंजीत नहीं मिला. थाना प्रभारी सिद्धेश्वर सिंह ने कहा कि आरोपी रंजीत के छिपने वाले कई ठिकानों में छापेमारी की गयी है. अभी वह फरार है, लेकिन जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जायेगा.
Posted By : Samir Ranjan.