Jharkhand news, Gumla news : गुमला : गुमला के पुलिस अधीक्षक हृदीप पी जनार्दनन ने भाकपा माओवादी के खिलाफ चैनपुर, गुमला एवं घाघरा प्रखंड के बॉर्डर इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाये. पुलिस भाकपा माओवादी के इनामी कमांडर बुद्धेश्वर उरांव, रंथु उरांव, लजीम अंसारी सहित अन्य नक्सलियों को खोजने के लिए जंगल एवं पहाड़ों में 12 घंटे घूमे. सर्च ऑपरेशन के दौरान खुद एसपी पैदल चलते हुए नदी पार किये. गांवों तक पहुंचे. जंगल व पहाड़ों का भी पैदल भ्रमण किये.
हालांकि, पुलिस की भिड़ंत भाकपा माओवादी के नक्सलियों से नहीं हुई. लेकिन, जिन इलाकों में पुलिस घुसी उन इलाकों के ग्रामीण खुश नजर आयें, क्योंकि लगातार गांवों में नक्सलियों के भ्रमण से ग्रामीण डरे हुए रहते थे. इसलिए अपने गांव में पुलिस को देखकर ग्रामीण खुश हुए.
पुलिस ने नक्सल प्रभावित तेंदार, तुसगांव, करासिल्ली, कुरुमगढ़ क्षेत्र, सरगांव, माड़ापानी, पतगच्छा, कोटाम, कतरी, सीसी, नवनी सहित आसपास के करीब एक दर्जन गांवों में सर्च ऑपरेशन चलाये. इस ऑपरेशन में एसपी के साथ अपर पुलिस अधीक्षक अभियान (Additional Superintendent of Police Campaign) बृजेंद्र कुमार मिश्रा, एसडीपीओ गुमला मनीष चंद्र लाल, इंस्पेक्टर गुमला मनोज कुमार व पुलिस के जवान शामिल थे.
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गुमला पुलिस को सूचना मिली थी कि इनामी नक्सली बुद्धेश्वर अपने दस्ते के साथ गुमला एवं घाघरा के सीमावर्ती इलाके में देखा गया है. इस सूचना के बाद पुलिस ने ऑपरेशन शुरू की और नक्सलियों को घेरने के लिए जंगलों की और निकल गयी. पुलिस सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक ऑपरेशन चलाया. हालांकि, पुलिस के पहुंचने पर नक्सली नजर नहीं आये.
गुमला के पुलिस अधीक्षक (SP) हृदीप पी जनार्दनन ने कहा कि नक्सली सरेंडर कर दें. वे जिंदा बच जायेंगे नहीं तो पुलिस की गोली का शिकार हो जायेंगे. उन्होंने कहा कि पुलिस नहीं चाहती कि किसी की जान लें, लेकिन अगर नक्सली नहीं सुधरे और सरेंडर नहीं किये, तो उनको बुरा अंजाम भुगतना पड़ सकता है. एसपी ने ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को भी नशापान से दूर रहने की अपील किये. नशापान के कारण अपराध बढ़ रहा है. खासकर युवाओं को मुख्यधारा से जुड़कर रहने के लिए कहा है.
Posted By : Samir Ranjan.