गुमला : कोरोना संकट से पूरा देश जूझ रहा है. झारखंड के गुमला जिले में भी कोरोना के 11 पॉजिटिव केस मिले हैं. इस संकट से निकलने के लिए हर कोई लगा हुआ है. पुलिस दिन-रात ड्यूटी कर रही है. सफाईकर्मी शहर व मुहल्लों की सफाई कर रहे हैं. डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मी भी संकट से जूझते हुए ड्यूटी कर रहे हैं. इन्हीं में गुमला के स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर दंपती डॉक्टर पीएम बाड़ा व डॉक्टर रश्मि कच्छप हैं, जो कोरोना संकट के बीच अपना फर्ज निभा रहे हैं.
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गुमला के चिकित्सक दंपती डॉक्टर पीएम बाड़ा व डॉक्टर रश्मि कच्छप कोरोना संकट में अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं. वर्तमान में डॉ रश्मि कच्छप सदर अस्पताल, गुमला में महिला प्रसूति रोग विशेषज्ञ हैं, जो नियमित अपनी ड्यूटी कर रही हैं. वहीं डॉक्टर पीएम बाड़ा को सीएचसी कामडारा से कोरोना महामारी के दौरान प्रवासी मजदूरों के लौटने पर जांच के लिए गुमला में प्रतिनियुक्त किया गया है. डॉक्टर दंपती के दो बच्चे हैं. दोनों बच्चे गुमला के एक स्कूल में छठी व तीसरी कक्षा में पढ़ते हैं.
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डॉ पीएम बाड़ा ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण ड्यूटी काफी सख्त है. कभी भी आना-जाना पड़ता है, फिर भी हम सभी अपनी ड्यूटी को बखूबी निभाते हुए अपने बच्चों की परवरिश कर रहे हैं और उन्हें संस्कार दे रहे हैं. लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद है. स्कूल से ऑनलाइन क्लास मोबाइल के माध्यम से संचालित हो रही है. हम दोनों में जिसे ड्यूटी के बाद समय मिला, तो घर आकर अपने बच्चों को पढ़ाने का काम करते हैं. डॉ रश्मि कच्छप ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन में रोस्टर वाइज ड्यूटी है. जिस समय ड्यूटी होती है, उस समय जाती हूं. वैसे कभी भी बुलाया जाता है, तो जाना पड़ता है. इस महामारी में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. फिर भी हम सभी अपनी डयूटी को निभा रहे हैं.