Jharkhand Crime News (दुर्जय पासवान, गुमला) : झारखंड के गुमला जिला अंतर्गत कुरूमगढ़ थाना क्षेत्र स्थित केरागानी जंगल में बुधवार की सुबह 6.30 बजे एक बार फिर IED ब्लास्ट हुआ है. इसमें केरागानी गांव के एक ग्रामीण की मौत हो गयी. उसका दोनों पैर बम से उड़ गया है. वह घायल था, लेकिन जंगल से मुख्य रास्ते तक लाते समय ग्रामीण की मौत हो गयी. ग्रामीण की पहचान रामेश्वर मुंडा के रूप में की गयी है. पुलिस टीम ने शव को बरामद कर गुमला ले आयी है. शव को गुमला सदर थाना परिसर में एंबुलेंस में रखा गया है.
इस संबंध में गुमला एसपी एचपी जनार्दनन ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा है कि सुबह 6 बजे एक ग्रामीण जंगल में घुसा था. तभी उसका पैर जंगल में नक्सलियों द्वारा बिछाये गये IED बम पर पड़ गया. जिससे ग्रामीण की मौत हो गयी है. एसपी के मुताबिक, अभी भी इलाके में पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी है. नक्सलियों की तलाश की जा रही है.
साथ ही भाकपा माओवादियों द्वारा जंगल में बिछाये गये IED बम की भी तलाश की जा रही है. बताया जा रहा है कि भाकपा माओवादी का जोनल कमांडर बुद्धेश्वर उरांव ने कुरूमगढ़ थाना क्षेत्र के कई गांवों में IED बम लगा रखा है. इस कारण इस इलाके में अक्सर बम ब्लास्ट हो रहा है.
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मंगलवार को भी केरागानी जंगल में IED ब्लास्ट हुआ था. जिसमें कोबरा 203 बटालियन का जवान सह डॉग हैंडलर विश्वजीत कुंभकार घायल हुआ है. उसका इलाज रांची के मेडिका अस्पताल में चल रहा है. वहीं, घटना में श्वान द्रोणा (खोजी कुत्ता) शहीद हो गया था.
– मरवा गांव से सटे रोरेद जंगल में 25 फरवरी, 2021 को नक्सलियों ने IED बम ब्लास्ट किया था. जिसमें CRPF- 218 बटालियन के जवान रॉबिन्स कुमार का दोनों पैर उड़ गया था.
– मरवा गांव से सटे सहदेव झरिया जंगल में 27 फरवरी, 2021 को भाकपा माओवादी द्वारा बिछाये गये IED बम ब्लास्ट होने से गांव के महेंद्र महतो का बायां पैर उड़ गया था.
– 31 मई, 2021 को मरवा जंगल में पुलिस व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया था. हथियार भी मिला था. पुलिस ने आधा दर्जन IED बम बरामद कर निष्क्रिय किया था.
– 13 जुलाई, 2021 को केरागानी जंगल में IED ब्लास्ट में जवान विश्वजीत कुंभकार घायल हो गया था, जबकि खोजी कुत्ता शहीद हो गया था. सुरक्षा बल नक्सलियों की तलाश में जंगल में घुसे थे.
– अगल-अगल तिथि को बारडीह पंचायत के केरागानी, कोचागानी, रोरेद, मरवा सहित आसपास के गांव में IED ब्लास्ट होने से दो दर्जन से अधिक पशुओं की मौत हो गयी थी. कई पशु घायल भी हुए हैं.
Posted By : Samir Ranjan.