Jharkhand News (जगरनाथ, गुमला) : झारखंड के गुमला जिला में प्रज्ञा केंद्र खोले जाने का काम काफी धीमा है. जिले भर में कुल 952 प्रज्ञा केंद्र खोला जाना है. जिसके विरूद्ध अब तक मात्र 407 प्रज्ञा केंद्र ही खोला गया है. एक तरह से यह भी कह सकते हैं कि उक्त 407 प्रज्ञा केंद्र पूर्व से ही संचालित है, जबकि 545 प्रज्ञा केंद्र अभी भी खोला जाना बाकी है.
बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा सभी जिलों के सभी राजस्व गांवों में एक-एक प्रज्ञा केंद्र खोले जाने का आदेश जारी किया गया है. आदेश जारी होने के बाद विगत डेढ़-दो सालों से जिले के प्रत्येक राजस्व गांव में प्रज्ञा केंद्र खोले जाने के लिए जिला ई-गवर्नेस सोसायटी, गुमला द्वारा प्रयास किया जा रहा है. लेकिन, प्रज्ञा केंद्र खोले जाने के लिए एक तो प्रचार-प्रसार की कमी और दूसरा लोगों में जागरूकता के अभाव के कारण अब तक जिले के शत-प्रतिशत गांवों में प्रज्ञा केंद्र नहीं खोला जा सका है.
मालूम हो कि नागरिकों की सुविधा के लिए एक ही स्थान पर सीएसी केंद्रों (प्रज्ञा केंद्र) द्वारा विभिन्न सरकारी सेवाएं जैसे जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र, फार्म डाउनलोड और प्रस्तुत, संपति कर और पंजीकरण, बस पास, रेल टिकट, पासपोर्ट, लाइसेंस परमिट, सब्सिडी आदि प्रदान की जाती है. यदि जिले के सभी राजस्व गांवों में एक-एक प्रज्ञा केंद्र खुल जाती है, तो उक्त प्रज्ञा केंद्र से गांवों के लोग अपने ही गांव में स्थानीय स्तर पर ही उपरोक्त सेवाओं से लाभान्वित हो सकते हैं. साथ ही शहर की तरह ही गांव के लोग भी डिजिटलाइजेशन व्लर्ड की ओर से बढ़ेंगे.
Also Read: कोरोना संक्रमण के कारण झारखंड में स्कूल- कॉलेज बंद, ऑनलाइन पढ़ाई में स्टूडेंट्स को हाे रही परेशानी, टीचर्स को भी समझाने में होती है मुश्किल
प्रज्ञा केंद्र के खुल जाने से शहर की तरह ही गांव के लोग स्थानीय स्तर पर ही बीमा सेवाएं, पासपोर्ट, एलआईसी, एसबीआई, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, एवीवीए, डीएचएफएल और अन्य बीमा कंपनियों की प्रीमियम संग्रह सेवाएं, ई-नागरिक और ई-जिला सेवाएं (जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र आदि), पेंशन सेवाएं, एलआईओएस पंजीकरण, अपोलो टेलिमेडिसिन, एलआईईएलआईटी सेवा, आधार मुद्रण और नामांकन, पैन कार्ड, चुनाव सेवा, ई-कोर्ट और परिणाम सेवाएं, राज्य विद्युत और जल बिल संग्रह सेवाएं, आईएएचएचएल प्रोजेक्ट ऑफ मॉउड (स्वच्छ भारत) डिजिटाइज इंडिया सहित ऑनलाइन क्रिकेट कोस्र्, आईआरसीटीसी, एयर और बस टिकट सेवा, अंगरेजी बोलते हुए कोर्स, ई-वाणिज्य बिक्री (पुस्तक, इलेक्ट्रोनिक्स, घरेलू सामान आदि), कृषि सेवाएं, सीएससी बाजार, बाजार से व्यापार, शैक्षिक सेवाएं, फाइनेंशियल सर्विस, रोजगार के लिए आवेदन करने सहित 400 से भी अधिक सेवाएं मिलेंगी. लेकिन, अब तक जिले के शत-प्रतिशत गांवों में प्रज्ञा केंद्र खुल नहीं सका है. जिस कारण गांवों के लोग स्थानीय स्तर पर अपने ही गांव में उपरोक्त सुवाओं का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं.
गांव स्तर पर प्रज्ञा केंद्र खोलने के लिए गांव के स्थानीय पढ़े-लिखे लोगों प्राथमिकता दी जायेगी. जिस गांव में प्रज्ञा केंद्र खोला जायेगा. उक्त प्रज्ञा केंद्र का संचालन उस गांव का ही व्यक्ति/महिला करेगा. प्रज्ञा केंद्र खोलने के इच्छुक लोगों को रजिट्रेशन कराने के लिए 1480 रुपये एवं आधार कार्ड लगेगा. वहीं, एसएचजी की महिलाओं को रजिट्रेशन कराने में एक भी पैसा नहीं लगेगा. एसएचजी की महिलाओं का नि:शुल्क रजिट्रेशन होगा.
रजिट्रेशन कराने के बाद आईडी मिलेगा. आईडी मिलने के बाद जिला ई-गवर्नेस सोसायटी द्वारा उसे प्रशिक्षण दिया जायेगा. ई-गवर्नेस सोसायटी ने गांवों के पढ़े-लिखे लोगों से प्रज्ञा केंद्र खोलने के लिए आगे आने और रजिस्ट्रेशन कराने की अपील की है. गांवों में प्रज्ञा केंद्र खुलने से न केवल गांव के लोग 400 से भी अधिक सेवाओं से लाभान्वित हो सकते हैं, बल्कि गांव के बेरोजगारों को रोजगार भी मिलेगा.
Also Read: बसिया प्रखंड का हाल, 45 लाख का मार्केट कांप्लेक्स पशुओं का चारागाह बन गया
सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) के डिस्टिक मैनेजर रंजन नंदा व अभिषेक कुमार राय ने बताया कि प्रज्ञा केंद्र खोलने के इच्छुक लोग ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. रजिस्ट्रेशन कराने में किसी प्रकार की समस्या होती है तो वे समारणालय भवन गुमला (उपायुक्त कार्यालय) के ग्राउंड फ्लोर कमरा संख्या 12 में आकर संपर्क कर सकते हैं. वहीं जो लोग रजिस्ट्रेशन कर लिये हैं. वे यहां अपना सभी कागजात जमा सकते हैं. ताकि जल्द से जल्द प्रज्ञा केंद्र खोलने की आगे की प्रक्रिया पूरी की जा सके.
Posted By : Samir Ranjan.