Jharkhand Crime News, Gumla News, गुमला न्यूज (दुर्जय पासवान) : झारखंड के गुमला जिले के कामडारा थाना के आमटोली पहाड़गांव में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या जादू टोना को लेकर की गयी थी. गांव में हाल के दिनों में कुछ लोग बीमार हुए थे और कुछ लोगों की मौत हो गयी थी. इससे गांव के लोग अंधविश्वास में आ गये और बैठक कर नरसंहार की घटना को अंजाम दिया. मामले में पुलिस के हाथ सबूत लगे हैं. पुलिस के अनुसंधान में डायन बिसाही में हत्या की पुष्टि हुई है. नरसंहार मामले में कामडारा थाना की पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार आरोपियों में गांव के ही सुनील टोपनो, सोमा टोपन, सलीम टोपनो फिरंगी टोपनो, फिलिप टोपनो, अमृत टोपनो, सावन टोपनो व दानियल टोपनो है. सभी आरोपी आपस में रिश्तेदार हैं, जबकि मृतक निकोदिन का भतीजा अमृत भी इस नरसंहार में शामिल था. जिसे पुलिस ने पकड़ा है. इन लोगों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त टांगी व अन्य लोहे की सामग्री बरामद हुई है. गुमला एसपी एचपी जनार्दनन ने कहा कि हत्या के बाद सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. खोजी कुत्ता व एफएसएल टीम के माध्यम से कई सबूत हाथ लगे हैं. जिसके बाद आरोपियों को पकड़ा गया. अनुसंधान में जिन लोगों का नाम आएगा. उन सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा.
गुमला के एसपी ने कहा कि मंगलवार को गांव में 70 से 80 लोग बैठक किए थे. इसके बाद दूसरे दिन 5 लोगों की हत्या की गई है. एसआईटी टीम का गठन कर हत्याकांड का उद्भेदन किया गया है. यहां बता दें कि गांव के निकोदिन तोपनो, जोसफिना तोपनो, विंसेंट तोपनो, सिलवंती तोपनो व अलबिन तोपनो की हत्या हुई थी. जांच से सबूत मिले हैं. गांव में मंगलवार को बैठक के बाद नरसंहार की घटना को गांव के कुछ लोगों ने अंजाम दिया है. हमलावर सिर्फ 60 वर्षीय निकोदिन तोपनो को मारना चाहते थे, परंतु निकोदिन को मारने के दौरान बीच बचाव में पत्नी जोसफिना तोपनो को भी हमलावरों ने मार डाला. इसके बाद सबूत मिटाने के मकसद से बेटा विंसेंट तोपनो, बहू सिलवंती तोपनो व पोता अलबिन तोपनो की भी बेरहमी से हत्या कर दी थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सभी मृतकों के सिर पर गंभीर चोट के निशान हैं.
पहाड़गांव आमटोली में पांच लोगों की हत्या के बाद शवों का बुधवार की रात 10 बजे गुमला सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम हुआ. इसके बाद रात को ही शवों को कामडारा थाना ले जाया गया. सुरक्षा कारणों से रातभर शवों को थाना में ही रखा गया. करीब 18 घंटे तक शव कामडारा थाना में रखा रहा. इसके बाद गुरुवार को दिन के तीन बजे पांचों शवों का गांव ले जाया गया. जहां पुलिस की निगरानी के बीच शवों को दफनाया गया. वहीं शव के गांव पहुंचते ही परिजन रो पड़े. मृतका सिलवंती के परिजन दफन क्रिया के दौरान पहुंचे थे. वहीं मृतक निकोदिन के कुछ ही रिश्तेदार मौके पर थे. मृतक विंसेंट के साढ़ू अंतोनी भेंगरा ने बच्ची अंजना तोपनो (8 वर्ष) को लेकर थाना पहुंचे और मामले की जानकारी ली. मौके पर अनिमा भेंगरा, अलबिना लुगुन, इमलिया समेत अन्य मृतक के परिजन मौजूद थे.
अंजना तोपनो के मौसा अंतोनी भेंगरा ने कहा कि अंजना को लगभग एक वर्ष पूर्व से अपने पास रांची में रखे हुए हैं. रांची के संत कार्मेल स्कूल लोवाडीह में पढ़ती है. अभी वह दूसरी क्लास में है. अगर अंजना घटना के दिन होती तो शायद अंजना को भी आरोपी मार देते. शवों को दफनाने से पूर्व रिश्तेदार सह प्रचारक लोरेंस कंडुलना की नेतृत्व में बाइबल पाठ कर परमपिता परमेश्वर से विनती प्रार्थना की गयी. अंतिम संस्कार में पूर्व स्पीकर दिनेश उरांव, बीडीओ रविंद्र कुमार गुप्ता, इंस्पेक्टर बैजू उरांव, कुरकुरा थाना प्रभारी छोटु उरांव, पुअनि बालमुकुंद सिंह, पुअनि भवेश, बड़ाईक तारकेश्वर सिंह, जेएमएम युवा मोर्चा अध्यक्ष अंतोनी सुरीन, सालेगुटू मुखिया सुनील सुरीन, सरिता पंचायत के पूर्व मुखिया विरेंद्र सुरीन, निबय तोपनो समेत अन्य लोग मौजूद थे.
Posted By : Guru Swarup Mishra