Jharkhand News, Gumla News, गुमला न्यूज : झारखंड के गुमला जिले के घाघरा थाना के घुंघरूपाट में दो दिनों में दो लोगों की हत्या के बाद शनिवार को पुलिस गांव पहुंची. गुमला के एसडीपीओ मनीषचंद्र लाल व घाघरा थाना प्रभारी कुंदन कुमार दलबल के साथ रामचंद्र उरांव के शव को लेकर घुंघरूपाट पहुंचे. पुलिस जब शव को लेकर गांव पहुंची तो ग्रामीणों ने शव लेने से इनकार कर दिया. इसके बाद पुलिस ने शव को उसकी पत्नी को सौंपा. इसके बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया. वहीं, दोनों अधिकारियों ने गांव पहुंचकर हत्या के संबंध में जांच-पड़ताल भी की.
गांव के लोग पुलिस से बात करने के लिए तैयार नहीं थे. पुलिस खुद घर में घूम-घूमकर ग्रामीणों से बातचीत कर दोनों हत्या के संबंध में जानकारी हासिल करने की कोशिश की. रामचंद्र की मौत को लेकर रामचंद्र की पत्नी मानती एक्का से पूछताछ की गयी. एसडीपीओ मनीषचंद्र लाल ने ग्रामीणों से बातचीत के दौरान कहा कि किसी के द्वारा कानून अपने हाथ में लेने पर उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता है. कानून को हाथ में कोई भी ग्रामीण ना लें. दो घंटे की पूछताछ के बाद पुलिस की टीम वापस घाघरा लौटी.
इस संबंध में मृतक खदी उरांव की पत्नी कृष्णा उराइंन ने अज्ञात लोगों पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए घाघरा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. वहीं, रामचंद्र उरांव की मौत को लेकर भी मरला के चौकीदार एब्रातुस लकड़ा ने घाघरा थाना में 60 से 70 अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें कहा गया है कि 60 से 70 लोगों के द्वारा रामचंद्र की पिटाई की गयी थी. जिससे अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गयी. मृतक रामचंद्र की पत्नी मानती एक्का को थाना प्रभारी कुंदन कुमार ने आधार कार्ड व अपने बच्चों को लेकर घाघरा थाना बुलाया है. जिससे उन लोगों के लिए राशन कार्ड बनवाया जा सके. साथ ही पारिवारिक लाभ योजना के तहत मिलने वाली राशि दिलाने का भी प्रयास किया जा सके.
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एसडीपीओ मनीषचंद्र लाल ने कहा कि खदी उरांव की हत्या आपसी विवाद में रामचंद्र द्वारा कर दी गयी थी. रामचंद्र की भी गांव में पिटाई हुई थी. अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गयी. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. जो दोषी होंगे, उन्हें बख्शा नहीं जायेगा.
Posted By : Guru Swarup Mishra