Jharkhand News : झारखंड के गुमला जिले में दो अलग-अलग घटनाओं में वज्रपात की चपेट में आने से एक महिला व एक पुरुष किसान की मौत हो गयी, जबकि तीन महिला किसान घायल हैं. घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. इस घटना के बाद कोटाम व चुंदरी कठियाटोली गांव में मातम पसरा है. पूर्व मुखिया ने मुआवजा की मांग की है और कहा कि जल्द से जल्द पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जायेगा. बारिश के दौरान वज्रपात को लेकर कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं. मौसम खराब रहने पर सुरक्षित स्थान पर चले जाएं.
एक महिला किसान की मौत, दो महिलाएं घायल
पहली घटना में गुमला थाना के कोटाम गांव में खेत में धान रोपने के दौरान वज्रपात की चपेट में आने से एक महिला किसान की मौत हो गयी, जबकि दो महिला किसान घायल हैं. मृतका में हसन अंसारी की पत्नी अमीना खातून है, जबकि घायलों में रशिना बीबी (50 साल) व बेबी खातून (28 साल) शामिल हैं. ग्रामीणों ने दोनों घायलों को गुमला सदर अस्पताल में भर्ती कराया. बताया जा रहा है कि कुछ महिलाएं खेत में धान रोप रही थीं. तभी वज्रपात हुआ. इसमें अमीना की खेत में ही मौत हो गयी. घटना के बाद गांव में अफरा-तफरी का माहौल था. अमीना को बचाने का प्रयास किया गया, परंतु वज्रपात के जोरदार झटके के कारण उसकी मौत हो गयी. घटना की सूचना पर कई लोग अस्पताल पहुंचे और घटना पर दुख जताया.
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एक किसान की मौत, पत्नी घायल
दूसरी घटना में गुमला जिले के घाघरा थाना क्षेत्र की चुंदरी काठिया टोली में वज्रपात से किसान की मौत हो गयी, वहीं पत्नी घायल है. जानकारी के अनुसार शनिवार की शाम बारिश के साथ वज्रपात हुई. जिसकी चपेट में कटिया टोली ग्राम निवासी 45 वर्षीय चौधरी उरांव व पत्नी नगीया देवी आ गयी. चौधरी उरांव की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी, वहीं पत्नी नागिया देवी को ग्रामीणों के द्वारा घाघरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. जहां इलाज किया गया. पूर्व मुखिया आदित्य भगत ने कहा अभी दो-तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है. जिसमें किसान अपने खेत में जुताई के साथ-साथ रोपाई का कार्य में लग गये हैं. अंचल प्रशासन से पूर्व मुखिया ने मुआवजा की मांग की है और कहा कि वज्रपात से मौत होने पर आर्थिक मुआवजा का प्रावधान है. जिसे अंचल प्रशासन के सहयोग से जल्द से जल्द पीड़ित परिवार को दिलाने का प्रयास किया जायेगा.
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ऐसे बरतें सावधानी
बारिश हो रही हो और बादल गरज रहे हों, तो इस दौरान कोई भी (व्यक्ति) किसान खुले आसमान के नीचे या पेड़ के नीचे ना रहें. जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर पहुंच जायें. पानी और गीला स्थान से दूर हो जाएं. पेड़ की शरण नहीं लें. आसपास पक्का मकान हो तो वहां पहुंच जाएं. घर में हैं तो बिजली के उपकरणों से दूर रहें. मौसम खराब हो तो किसान खेती-बाड़ी का कार्य कुछ देर रोककर सुरक्षित स्थान पर चले जाएं. वज्रपात के कारण लगातार लोगों की जान चली जा रही है. ऐसे में सावधानी बरतें और सुरक्षित रहें.
रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला