Jharkhand Monsoon News, गुमला न्यूज (दुर्जय पासवान) : झारखंड के गुमला में मौसम खराब है. बारिश रूक-रूककर हो रही है. इससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. बारिश के कारण गरीब परिवार व कच्ची मिट्टी में रहने वाले लोग संकट में हैं. दो दिनों की बारिश से गुमला में आधा दर्जन मिट्टी के घर ध्वस्त हो गया. वहीं घर की दीवार से दबकर कई पशुओं व दर्जनों मुर्गियों की मौत हो गयी है. इससे किसान परेशान हैं क्योंकि अभी खेतीबारी का समय है. ऐसे में पशुओं की मौत से खेती कैसे करेंगे. यह सवाल खड़ा हो गया है. पीड़ित परिवारों ने प्रशासन से मुआवजा की मांग की है. वहीं वज्रपात से एक किसान की भी मौत हो गयी है.
गुमला के पालकोट थाना क्षेत्र अंतर्गत तपकारा पंचायत के खटगांव निवासी किसान नेने खड़िया (30) की वज्रपात की चपेट में आने से मौत हो गयी. जानकारी के अनुसार किसान नेने शनिवार की सुबह छह बजे अपने खेत से बादाम रोपकर लौट रहा था. इसी दौरान बारिश होने लगी. वह बारिश से बचने के लिए पेड़ के पास कुछ देर खड़ा हुआ. तभी वज्रपात हुआ. जिसकी चपेट में नेने खड़िया आ गया. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. स्थानीय लोगों की मदद से 108 एंबुलेस के माध्यम से अस्पताल लाने के दौरान रास्ते में मौत हो गयी.
Also Read: Pradhan Mantri Awaas Yojana Gramin : प्रधानमंत्री आवास योजना में अनियमितता, संपन्न परिवारों को दे दिया आवास, बीडीओ ने दिया ये आदेशगुमला के कामडारा प्रखंड के मुरूमकेला गांव निवासी किसान सुधन राम का घर गिर गया. जिसमें हल जोतने वाला दो बैल दब कर मर गया. पीड़ित सुधन राम ने कहा कि बैल के मरने से हल जोतने मे काफी परेशानी हो गयी है. 90 हजार रुपये की आर्थिक क्षति हुई है. वहीं दूसरी ओर कामडारा निवासी देवकी देवी की दीवार गिर गयी है. इससे 50 हजार की क्षति हुई है. ज्ञात हो कि देवकी देवी के पति का पूर्व में ही निधन हो गया. उन्होंने प्रखंड प्रशासन से मुआवजे की मांग की है. सीओ दीप्ति प्रियंका कुजूर ने कहा कि जांचोपरांत सरकारी प्रावधान के तहत सहायता प्रदान किया जायेगा.
गुमला के घाघरा थाना के टांगर सिकवार निवासी विश्राम मुंडा के दो पशुओं की मौत बिजली तार की चपेट में आने से हो गयी. जानकारी के अनुसार विश्राम मुंडा के दोनों बैल खेत में चर रहे थे. इसी क्रम में बिजली विभाग के द्वारा नया तार का काम कर पोल से नीचे जमीन में तार को छोड़ दिया गया था और करंट चालू था. जिसकी चपेट में आने से दोनों पशुओं की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. इसमें बिजली विभाग की लापरवाही है. किसान ने मुआवजे की मांग की है.
Also Read: IRCTC/Indian Railways News : भारी बारिश से भू्स्खलन, रेल लाइन पर चट्टानें गिरने से राजधानी का इंजन क्षतिग्रस्त, बाल-बाल बचे यात्रीगुमला के पालकोट प्रखंड के नाथपुर गांव निवासी किसान बंधु बैठा का घर शुक्रवार की रात्रि तेज बारिश के कारण ध्वस्त हो गया. इस दौरान मकान का मलबा गिरने से तीन बकरी व दर्जनों मुर्गी की दबने से मौत हो गयी. जिससे किसान बंधु को 30 हजार रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है. किसान ने प्रखंड प्रशासन से मुआवजे की मांग की है.
गुमला प्रखंड के कोटेंगसेरा गांव निवासी गंदुर गोप का घर बारिश के कारण ध्वस्त हो गया. जिससे किसान को अब रहने में परेशानी हो रही है. वह गरीब किसान है. घर ध्वस्त होने के बाद कैसे मरम्मत होगी. यह चिंता है. अभी बारिश में रहने की समस्या भी उत्पन्न हो गयी है.
Also Read: Grahan Web Series : वेब सीरीज Grahan में सिख को ही दर्शाया दंगाई, ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन ने भेजा कानूनी नोटिसगुमला के सिसई व बसिया प्रखड के मुख्य पथ पर स्थित चुटिया नाला में पुल निर्माण का कार्य अधूरा है. आवागमन के लिए डायवर्सन बनाया गया है. परंतु दो दिनों से हो रही बारिश से डायवर्सन के ऊपर करीब पांच फीट पानी बहने लगा है. जिस कारण सिसई व बसिया सड़क से आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया. वहीं करीब 40 गांव का संपर्क बसिया प्रखंड मुख्यालय से 48 घंटे से टूटा हुआ है. ज्ञात हो कि सिसई च बसिया सड़क का निर्माण 15 वर्षों से किया जा रहा है, लेकिन संवेदक की लापरवाही व स्थानीय विधायक की अनदेखी के कारण अब तक सड़क का निर्माण अधूरा है. विधायक क्षेत्र से गायब हैं. इसी अधूरी सड़क को पूरा नहीं कराने के कारण पूर्व स्पीकर दिनेश उरांव व पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव सिसई विधान सभा से चुनाव हार चुके हैं. इधर, जिग्गा सुसारन होरो को जनता ने मौका दिया है, लेकिन वे भी सिसई व बसिया की सड़क बनाने में नाकाम साबित हो रहे हैं.
Posted By : Guru Swarup Mishra