Jharkhand News, गुमला न्यूज (जौली विश्वकर्मा) : झारखंड के गुमला सदर अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने से अस्पताल के सभी बेड भरे हुए हैं. जिसके कारण नये मरीजों को भर्ती करने में अस्पताल प्रबंधन को परेशानी हो रही है. अस्पताल में बुखार, सर्दी, खांसी, पेट दर्द, उल्टी व एक्सीडेंट के मरीजों की संख्या काफी है. एक्सीडेंट में घायल मरीज ऑपरेशन होने के बाद बेड में लगभग एक माह से अधिक समय से हैं. जिसके कारण अस्पताल प्रबंधन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यहां बताते चलें कि गुमला में 100 शैय्या वाला अस्पताल है, लेकिन आदिवासी बहुल जिला होने के कारण यहां सुदूरवर्ती क्षेत्रों से आने वाले मरीजों की संख्या काफी अधिक है.
सदर अस्पताल, गुमला 100 शैय्या का अस्पताल है, लेकिन अभी 217 बेड का संचालन हो रहा है. मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण वैकल्पिक रूप से बेड की संख्या बढ़ायी गयी है. जिसमें सर्जिकल वार्ड में 38, पुरुष वार्ड में 40, महिला वार्ड में 35, पेड्रियोट्रिक वार्ड में 13, एमटीसी में 20, प्रसव कक्ष में 13, एसएनसीयू में 16, एसएनसीयू पेड्रियोट्रिक में 12, ऑपरेशन थियेटर में 10 व रैंप में 20 बेड लगे हुए हैं. उसके बावजूद अस्पताल में बेड की कमी हो गयी है. जिसके कारण मरीजों को एडमिट करने में अस्पताल प्रबंधन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर एके उरांव ने कहा कि अस्पताल में पूर्व सीएस द्वारा कोरोना आइसीयू आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. जिसके कारण अस्पताल में जगह की कमी हो गयी है. मैंने पूर्व में सीएस को अस्पताल का भ्रमण कराकर जगह उपलब्ध कराने की मांग की थी, लेकिन अभी तक कोई पहल नहीं की गयी है, लेकिन फिर भी मैं अपने स्तर से अस्पताल में खाली पड़े जगहों को चिन्हित कर वहां बेड लगाकर मरीजों को एडमिट कराने का प्रयास करूंगा.
Posted By : Guru Swarup Mishra