Jharkhand News, गुमला न्यूज (जगरनाथ) : झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश डॉ एसएन पाठक ने कहा कि लोगों में जागरूकता का अभाव है. कभी प्रशासनिक पदाधिकारी अथवा पुलिस के पास जाने की जरूरत पड़ती है तो आप घबराते हैं. आपको घबराने की जरूरत नहीं है. आप अपने बच्चों को सही शिक्षा नहीं दे रहे हैं. अपने बच्चों को सही शिक्षा दें, ताकि आपके बच्चे समाज व देश के विकास में सहभागी बन सकें. उन्होंने कहा कि खूंटी में नक्सलवाद हावी था. वहां के लोग काफी डरे और सहमे रहते थे. जब मैं वहां गया और वहां की स्थिति देखी तो वादा किया कि खूंटी जिला नक्सलवाद के लिए नहीं, बल्कि अपनी उपलब्धियों के लिए जाना जाये. इसी प्रकार गुमला जिले में भी नक्सलवाद है. जल्द ही यहां से भी नक्सलवाद खत्म हो जायेगा. वे गुमला नगर भवन में विधिक सेवा सह सशक्तीकरण शिविर को संबोधित कर रहे थे.
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नई दिल्ली), झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिका एवं गुमला जिला विधिक सेवा प्राधिकार के संयुक्त तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत शनिवार को गुमला नगर भवन में विधिक सेवा सह सशक्तीकरण शिविर का आयोजन किया गया. इसमें अनुसूचित जनजातियों, श्रमिकों, विधवाओं, महिलाओं, दिव्यांगजनों एवं समाज के अति पिछड़े वर्ग के लाभुकों के बीच कल्याणकारी योजनाओं के लाभांश का वितरण किया गया. मुख्य अतिथि झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश डॉ एसएन पाठक, उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा, पुलिस अधीक्षक डॉक्टर एहतेशाम वकारीब सहित अन्य अतिथियों ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
Also Read: झारखंड की हेमंत सरकार गिराने की साजिश रचने के तीनों आरोपियों को जमानत, एसीबी की अदालत से मिली बेल
झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश डॉ एसएन पाठक ने कहा कि काम ऐसा करें कि गुमला जिला नक्सलवाद के लिए नहीं, बल्कि अपनी उपलब्धियों के लिए जाना जाये. गुमला में हनुमान की जन्मस्थली आंजनधाम है, परंतु इससे राज्य के लोग भी अनभिज्ञ हैं. आंजनधाम को आज तक सही से पहचान नहीं मिल सका है. आंजनधाम को पहचान दिलाने के लिए मिलकर काम करें. कार्यक्रम में जिला जज संजय कुमार चिंधरयावी, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नंद लाल, उपविकास आयुक्त कर्ण सत्यार्थी, अपर समाहर्त्ता सुधीर कुमार गुप्ता, आईटीडीए निदेशक इंदू गुप्ता, सदर अनुमंडल पदाधिकारी रवि आनंद, जिला मत्स्य पदाधिकारी दीपक कुमार सिंह, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा, श्रम अधीक्षक एतवारी महतो, सामाजिक सुरक्षा कोषांग पदाधिकारी खुशेंद्र सोन केशरी सहित अन्य पदाधिकारी व काफी संख्या में लाभुक उपस्थित थे.
उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा ने कहा कि गुमला आदिवासी बहुल जिला है. इस जिले का चहुंमुखी विकास जरूरी है. मुख्य न्यायाधीश भी इस जिले के विकास को लेकर चिंतन करते हैं. जिले के विकास के लिए उनके द्वारा कई प्रकार का सुझाव भी दिया गया है. वे हमेशा हमें प्रेरित भी करते रहते हैं. न्यायाधीश ने आंजनधाम का अवलोकन किया. अवलोकन के क्रम में उन्होंने आंजनधाम के साथ टांगीनाथ धाम के विकास के संबंध में भी सुझाव दिये हैं. टांगीनाथ धाम जाने वाली सड़क की स्थिति ठीक नहीं है. सड़क के निर्माण के लिए आरईओ द्वारा सरकार को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है. प्रस्ताव पास होने के बाद सड़क बनेगी.
पुलिस अधीक्षक डॉ एहतेशाम वकारीब ने कहा कि पुलिस प्रशासन गुमला जिला में अमन, चैन एवं शांति बनाये रखने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत है. उन्होंने काह कि गुमला जिले में सबसे बड़ी समस्या डायन-बिसाही के मामले में होने वाली हत्या है. लोग जागरूकता के अभाव में हत्या कर दे रहे हैं. जिससे समाज को एक बड़ी क्षति हो रही है. इसके निदान के लिए जिला प्रशासन और न्यायपालिका द्वारा मिलकर काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिले से नक्सलवाद को पूरी तरह से मिटाने के लिए भी प्रयासरत हैं. इसके लिए हमेशा अभियान चलाया जा रहा है. जल्द ही जिले से नक्सलवाद को खत्म कर दिया जायेगा.
Posted By : Guru Swarup Mishra