Jharkhand News, Gumla News गुमला : गुमला जिले में टिशू कल्चर के स्ट्रॉबेरी की खेती की तैयारी शुरू हो गयी है. जिले में इस वर्ष पांच हेक्टेयर में स्ट्रॉबेरी की खेती करने की तैयारी है. पांच हेक्टेयर में लगभग 60 हजार स्ट्रॉबेरी के पौधे लगाये जायेंगे. बताते चलें कि पूर्व में जिले में स्ट्रॉबेरी की खेती नहीं होती थी. किसान स्ट्रॉबेरी की खेती से अनभिज्ञ थे. इधर, हाल के तीन वर्षों से प्रत्येक वर्ष जिले के दर्जनों किसान स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे हैं.
स्ट्रॉबेरी की खेती करने के लिए किसानों का सहयोग जिला उद्यान विभाग कर रहा है. जिले में स्ट्रॉबेरी की खेती को बढ़ावा देने और किसानों में स्ट्रॉबेरी की खेती के प्रति जागरूकता लाने के लिए पिछले तीन वर्षों से झारखंड सरकार गुमला जिला को स्ट्रॉबेरी की खेती कराने की योजना दे रही है. चूंकि स्ट्रॉबेरी की खेती उद्यानिकी के क्षेत्र की है, इसलिए योजना को जिला उद्यान विभाग गुमला द्वारा संचालित किया जा रहा है.
इस वर्ष कुल पांच हेक्टेयर में स्ट्रॉबेरी की खेती कराने की योजना है. इस योजना में जिले के कुल 23 किसान जुड़े हैं, जिसमें बसिया प्रखंड में 1.5 हेक्टेयर में आठ किसान, पालकोट प्रखंड में 1.5 हेक्टेयर में नौ किसान, कामडारा प्रखंड में 0.4 हेक्टेयर में दो किसान, घाघरा प्रखंड में 0.8 हेक्टेयर में तीन किसान एवं सदर प्रखंड गुमला में 0.8 हेक्टेयर में एक किसान द्वारा स्ट्रॉबेरी की खेती करायी जायेगी. वहीं गत वर्षों की बात करें, तो वित्तीय वर्ष 2019-20 में 35 किसानों से 10 हेक्टेयर एवं 2018-19 में सात हेक्टेयर में 11 किसानों से स्ट्रॉबेरी की खेती करायी करायी गयी थी.
पांच हेक्टेयर भूमि पर स्ट्रॉबेरी की खेती कराने के लिए जिला उद्यान विभाग लगभग 10 लाख रुपये खर्च करेगा. 60 हजार स्ट्रॉबेरी के पौधों की खरीदारी के बाद विभागों ने लाभुक किसानों के बीच पौधों का वितरण शुरू कर दिया है. इस निमित्त जिला उद्यान पदाधिकारी नरेश कुमार चौधरी व विभाग के तकनीकी विशेषज्ञ दीपक कुमार ने गुरुवार को सदर प्रखंड गुमला अंतर्गत टोटो मुरूमसोकरा में लाभुक किसानों के बीच स्ट्रॉबेरी पौधा का वितरण किया.
Posted by : Sameer Oraon