Jharkhand news, Gumla news : गुमला : गुमला जिला अंतर्गत बिशुनपुर प्रखंड के झारखंड मुक्ति मोर्चा (Jharkhand Mukti Morcha) के प्रखंड सचिव विजय उरांव पर एक युवती के साथ यौन शोषण करने समेत 5 लाख रुपये ठगी करने का आरोप लगा है. विजय ने फेसबुक के माध्यम से युवती से दोस्ती की. विजय ने खुद को सीआईडी का ऑफिसर बताया. इसके बाद उसने युवती को अपने हवश का शिकार बनाते हुए उससे ठगी किया. इस मामले में पीड़िता ने विजय उरांव के खिलाफ गुरदरी थाना में केस दर्ज की है. केस दर्ज के बाद गुरदरी थाना प्रभारी सहरु उरांव ने मंगलवार दिन के 2.30 बजे विजय को बिशुनपुर स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया. इसके बाद जेल भेज दिया गया. जब पुलिस ने विजय को पकड़ा, तो उसे छुड़ाने के लिए कई लोगों का दबाव था. इसके बावजूद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया.
पीड़ित युवती ने थाने में केस की है. केस में कहा है कि वह टुटुवा गांव की है. वह विगत कई वर्षों से दुबई में रहकर काम करती थी. इसी बीच ढाई वर्ष पूर्व फेसबुक के माध्यम से बिशुनपुर के झामुमो प्रखंड सचिव विजय उरांव से वह संपर्क में आयी. विजय ने युवती को बताया कि मैं झारखंड में सीआईडी ऑफिसर के पद पर पदस्थापित हूं और मैं शादीशुदा नहीं हूं. इसके बाद उक्त दोनों के बीच चैटिंग के बाद कॉल के माध्यम से बातचीत शुरू हुई. फ्रेंडशिप प्यार में बदल गया. 2 साल पूर्व युवती बिशुनपुर प्रखंड के टुटुवा गांव स्थित अपने घर में आकर रहने लगी.
इस बीच विजय का लगातार युवती के घर आना जाना लगा रहा. इस दौरान विजय ने उसके साथ शादी का प्रलोभन देकर कई बार यौन शोषण किया और लड़की को विश्वास में लेकर बीच-बीच में रांची में घर बनाकर साथ रहने के नाम पर 5 लाख रुपये की ठगी भी की. बाद में विजय युवती के घर आना- जाना कम कर दिया और फोन रिसीव नहीं करने लगा. तब पीड़िता ने अपने सगे- संबंधियों से विजय के विषय में पता की. पता चला कि विजय उरांव बिशुनपुर निवासी है और वह पहले से शादीशुदा है. उसके 2 बच्चे हैं और वह वर्तमान में झामुमो का प्रखंड सचिव है. इसके बाद पीड़िता ने गुरदरी थाना पहुंच कर विजय उरांव के खिलाफ मामला दर्ज करायी.
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गुरदरी थाना प्रभारी सहरु उरांव ने बताया कि एक युवती के द्वारा विजय उरांव पर ठगी एवं 2 साल से यौन शोषण की प्राथमिकी दर्ज करायी है. जांच पड़ताल से पता चला कि विजय उरांव शादीशुदा है. उसकी पत्नी और 2 बच्चे हैं. इसके अलावा 3 अन्य लड़कियों से वह लगातार फोन के माध्यम से संपर्क में है. उसके द्वारा पीड़िता को सीआईडी इंस्पेक्टर बताया गया था. विजय को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया.
झामुमो सचिव विजय उरांव ने अपने ऊपर लगे आरोप के बाद कहा कि लड़की के द्वारा 5 लाख रुपये के ठगी एवं यौन शोषण का लगाया गया आरोप झूठा है. फेसबुक के माध्यम से जब दोस्ती हुई, तो मैंने उसे यूं ही अपने आपको सीआईडी इंस्पेक्टर होने की बात कहा था. मुझसे दोस्ती हो गयी, तो मैं उसे मदद के तौर पर 25000 और एक बार 50000 लिया हूं.
झामुमो प्रखंड सचिव पर आरोप लगने के बाद प्रखंड अध्यक्ष विपुल उरांव ने कहा कि विजय उरांव के आचरण को देखते हुए पूर्व में ही उसे उसके पद से हटा दिया गया है. अभी वर्तमान में प्रखंड सचिव सनी तिग्गा है.
Posted By : Samir Ranjan.