Jharkhand naxalites news: गुमला के पुलिस अधीक्षक डॉ एहतेशाम वकारीब बुधवार को नक्सलियों के गढ़ बिशुनपुर प्रखंड के बड़कादोहर और जमटी इलाके में घुसे. एसपी के साथ एएसपी मनीष कुमार, सार्जेंट प्रणच कुमार, बिशुनपुर थानेदार सदानंद सिंह, सीआरपीएफ सहित कई पुलिस अधिकारी थे. एसपी ने नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन चलाये. बोरहा, निरासी, कुमाड़ी, जमटी, बनालात, बोरांग सहित आसपास के इलाकों का भ्रमण किये. नक्सली गतिविधि की जानकारी लिये. स्थानीय लोगों से मुलाकात किये.
एसपी ने ग्रामीणों से कहा है कि नक्सली अगर गांव में आते-जाते हैं, तो इसकी सूचना पुलिस को गुप्त रूप से दें, ताकि इलाके को नक्सल मुक्त किया जा सके. कहा है कि जबतक नक्सली रहेंगे. आप लोगों को वे लोग बेवजह परेशान करते रहेंगे. हालांकि, पहले की तुलना में यह क्षेत्र काफी शांत हो गया है. लेकिन, अभी भी कुछ गिने-चुने नक्सली हैं जिन्हें पकड़ना जरूरी है, ताकि आप लोग रात को चैन की नींद सो सके.
बता दें कि लोहरदगा जिला के बुलबुल जंगल में कुछ दिन पहले सुरक्षा बल ओर नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुआ था. इसके बाद नक्सली अपनी जान बचाकर भाग निकले थे. इसमें कुछ नक्सली बिशुनपुर इलाके में भी घुसे हैं. बुलबुल जंगल से भागे हुए नक्सलियों को खोजने के लिए एसपी खुद नक्सलियों के गढ़ कहे जाने वाले गांवों में घुसे थे. मालूम हो कि बिशुनपुर प्रखंड के कुमाड़ी, जमटी, बड़कादोहर के इलाके नक्सलियों के आने-जाने का मुख्य कॉरिडोर है. इस क्षेत्र में नक्सली महीने-दो महीने में आते जाते रहते हैं. नक्सली डर से ग्रामीण भी कुछ नहीं बोलते हैं. इसलिए गुमला एसपी ने लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया है.
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बिशुनपुर प्रखंड के कुमाड़ी गांव में सोशल पुलिसिंग के तहत कार्यक्रम हुआ. बुधवार को एसपी डॉ एहतेशाम वकारीब खुद माओवादियों के गढ़ कहे जाने वाला कुमाड़ी गांव पहुंचे. जहां सोशल पुलिसिंग के तहत कैंप लगाकर ग्रामीणों की समस्या सुनी. साथ ही क्षेत्र के ढाई सौ ग्रामीणों के बीच साड़ी, धोती, कंबल व बच्चों के बीच स्कूल बैग, फुटबॉल सहित शिक्षा से जुड़ी अन्य सामग्री का नि:शुल्क वितरण किया. कहा कि क्षेत्र के युवा राह ना भटके. शिक्षा से जुड़े. आप सभी को किसी प्रकार की समस्या व जानकारी प्राप्त हो, तो बिना डरे क्षेत्र में स्थापित पिकेट प्रभारी, थाना प्रभारी और मुझे सूचित करें. पुलिस आपकी सेवा के लिए 24 घंटे तत्पर है. उन्होंने समाज से भटके लोगों से आह्वान किया कि वे जितना जल्दी हो सके आत्मसमर्पण कर सरकार के आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठायें. अन्यथा पुलिस द्वारा मारे जायेंगे. मौके पर पुलिस उपाधीक्षक अभियान मनीष कुमार, सीआरपीएफ असिस्टेंट कमांडेंट आशुतोष सारंगी, थानेदार सदानंद सिंह, सर्जेंट मेजर प्रणव कुमार सहित पुलिस जवान व ग्रामीण मौजूद थे.
रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला.