गुमला : गुमला के चंदाली कोरेंटिन सेंटर की स्थिति ठीक नहीं है. यहां कोरोना से जंग लड़ने की जगह लोग गंदगी, दूषित पानी व अधिकारियों की लापरवाही की स्थिति से लड़ रहे हैं. पौष्टिक खाने के नाम पर सुबह में चूड़ा और गुड़ दिया जा रहा है. पढ़ें दुर्जय पासवान की रिपोर्ट.
चंदाली कोरेंटिन सेंटर में रह रहे लोग हर दिन मानसिक रूप से परेशान होते जा रहे हैं. कई ऐसे लोग हैं, जो पूरे परिवार के साथ सेंटर में आश्रय लिए हुए हैं और कोरोना जांच रिपोर्ट आने का इंतजार कर रहे हैं. वहीं, कई ऐसे भी लोग हैं, जो पिछले 15-16 दिनों से कोरोना जांच रिपोर्ट मिलने के इंतजार में हैं.
सेंटर में रहने वाले कुछ लोगों ने प्रभात खबर को फोन कर समस्या बताया है. सेंटर के अंदर के फोटो भी उपलब्ध कराये हैं. सेंटर में व्याप्त अव्यवस्था की जानकारी दी है. एक महिला ने फोन कर कहा है कि किसके पास अपनी फरियाद सुनाये. अधिकारियों से बात करते हैं, तो वो सीधी मुंह बात नहीं करते हैं.
महिला ने कहा कि हमारा सैंपल लिया गया है, लेकिन अभी तक जांच रिपोर्ट नहीं आयी है. पौष्टिक आहार की जगह सुबह के नास्ते में चूड़ा और गुड़ दिया जाता है. दोपहर में सब्जी, दाल व चावल मिलता है. शाम को पत्तागोभी व चावल मिलता है. पौष्टिक आहार के नाम पर कुछ नहीं मिलता. अगर ऐसे में हमें कोरोना हुआ होगा, तो हम कैसे ठीक होंगे.
महिला ने कहा कि टैंकर से पानी आती है, लेकिन पानी दूषित रहता है. शिकायत करने पर कहते हैं कि यही व्यवस्था है. भोजन व पानी यही है. दूसरी कोई व्यवस्था नहीं है. महिला ने कहा कि सेंटर में 50 लोग हैं. इसमें कुछ लोग परिवार के साथ हैं. कुछ प्रवासी मजदूर हैं.
दम घुट रहा है, रातभर काटता है मच्छर
बुधवार को एक युवक ने फोन कर बताया कि सेंटर में अब दम घुटने लगा है. अपनी पत्नी व बच्चों के साथ यहां रह रहे हैं. कई और परिवार भी हैं. गर्मी का मौसम है. मंगलवार को रातभर बिजली नहीं थी. गर्मी से परेशान रहे. मच्छर भी रातभर काटा है.
युवक ने कहा कि मैंने इसकी शिकायत एक अधिकारी से किया. लेकिन, उसने मुझे ही डांट दिया. कहते हैं कि इसी व्यवस्था में रहना है. युवक ने कहा कि ऐसे में तो कोरोना से पहले हमलोग दूषित पानी पीने, गर्मी, मच्छर काटने से ही बीमार हो जायेंगे. यहां बता दें कि सेंटर की अव्यवस्था को लेकर एसपी ने डीसी को भी पत्र लिख चुके हैं.
Posted By : Samir ranjan.