गुमला, दुर्जय पासवान. गुमला में पुलिस मुठभेड़ में मारे गये नक्सली लजीम अंसारी पर गुमला, लोहरदगा व लातेहार जिले में 61 केस दर्ज हैं. एसपी डॉ एहतेशाम वकारीब ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि नक्सलियों के होने की सूचना टोंगो क्षेत्र में होने के बाद तत्काल ओपीएस प्लान बनाया गया. इसमें एसपी के नेतृत्व में पुलिस उपाधीक्षक अभियान मनीष कुमार, इंस्पेक्टर मनोज कुमार, घाघरा थानेदार अमित कुमार चौधरी व थानेदार चैनपुर आशुतोष कुमार सिंह सहित पुलिस बल के साथ टीम क्षेत्र के लिए प्रस्थान की. जैसे ही टीम टोंगो सेमरा बरटोली जंगल के पास पहुंची, तो पुलिस पार्टी के साथ भाकपा माओवादियों की मुठभेड़ हो गयी. इसमें कुख्यात माओवादी सह एरिया कमांडर लजीम अंसारी मारा गया. एसपी ने कहा कि रात व घने जंगल का फायदा उठाकर दस्ता के अन्य सदस्य पुलिस को भारी पड़ता देख मुठभेड़ स्थल से भाग निकले. मारे गये नक्सली पर झारखंड सरकार ने पांच लाख व एनआईए द्वारा एक लाख का इनाम घोषित है.
नक्सली के पास से बरामद सामान
315 बोर की देसी राइफल एक पीस, दो देसी कट्टा, 315 बोर का आठ जिंदा गोली, 315 बोर का तीन खोखा, एक पीस भुजाली, एक पीस बांस का डंडा, एक लाल प्लेटिना बाइक रजि नंबर -JHOTE-0860, पॉकेट में 4500 रुपये नगद एवं एक पॉकेट डायरी, कपड़े का थैला (दैनिक जरूरत का सामान).
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आपराधिक इतिहास
थाना दर्ज केस
गुमला 42 केस
लोहरदगा 11 केस
लातेहार 08 केस
टोटल 61 केस
अभियान में शामिल सदस्य
पुलिस अधीक्षक गुमला डॉ एहतेशाम वकारीब, पुलिस उपाधीक्षक (अभियान) मनीष कुमार, इंस्पेक्टर सह गुमला थानेदार मनोज कुमार, थाना प्रभारी घाघरा अमित कुमार चौधरी, थाना प्रभारी चैनपुर आशुतोष कुमार सिंह सहित पुलिस के जवान थे.