Prabhat Khabar Explainer: अंडर-17 भारतीय महिला फुटबॉल टीम की कप्तान और गुमला की बेटी अष्टम उरांव को गुमला जिला प्रशासन ने सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना का ब्रांड एंबेसडर बनाया. गुमला डीसी सुशांत गौरव ने कहा है कि किशोरी समृद्धि योजना के बेहतर प्रचार-प्रसार एवं जागरूकता के लिए अष्टम उरांव को ब्रांड एंबेसडर बनाया. उन्होंने अष्टम से यह अपेक्षा करते हुए कहा कि वे खेल के साथ-साथ पढ़ाई पर भी उतनी ही गंभीरता से ध्यान दें. साथ ही जिले की अन्य छात्राओं को भी शिक्षा के लिए प्रेरित करें.
मेरे लिए सौभाग्य की बात : अष्टम उरांव
ब्रांड एंबेसडर बनाये जाने पर अष्टम उरांव ने कहा कि यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि प्रशासन ने मुझे इस काबिल समझा. मेरा प्रयास रहेगा कि किशोरी समृद्धि योजना का बेहतर प्रचार-प्रसार कर सकूं. जिससे इस योजना का लाभ गुमला जिले की किशोरियों उठा सके. मालूम हो कि गुमला जिला से 60 किमी दूर स्थित बिशुनपुर प्रखंड के बनारी गोर्राटोली गांव की अष्टम उरांव फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप में बालिका महिला फुटबॉल टीम की कप्तान है. मैच खेलकर अष्टम गुमला लौट गयी है. गुमला प्रशासन ने अष्टम का स्वागत किया.
नेशनल फुटबॉलर अष्टम और सुधा को प्रशासन ने किया सम्मानित
भारतीय फुटबॉल अंडर-17 टीम की कप्तान अष्टम उरांव एवं खिलाड़ी सुधा अंकिता तिर्की के गुमला आगमन के उपरांत उपायुक्त सुशांत गौरव ने अपने सभाकक्ष में सम्मान समारोह आयोजित किया. इस दौरान दोनों खिलाड़ियों के अलावा इन खिलाड़ियों के परिजन भी मौजूद रहे. खिलाड़ियों के परिजनों को भी उपायुक्त ने गुलदस्ता देकर उनके प्रति सम्मान प्रकट किया. उपायुक्त ने कहा कि गुमला की इन बेटियों ने न केवल इस जिले का बल्कि पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है. उस पर उन्हें गर्व है.
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खिलाड़ियों को मिलेगा अच्छा माहौल : डीसी
डीसी ने दोनों खिलाड़ियों सहित अन्य खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि अभी यह सिर्फ शुरुआत है. इन लोगों को बहुत ऊंचाई तक जाना है. इसलिए इस उपलब्धि के तुरंत बाद नये सिरे से नई उपलब्धि के लिए मेहनत में जुट जाना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने खिलाड़ियों तथा उनकी प्रशिक्षक से जरूरी फीडबैक भी लिए कि गुमला के खिलाड़ियों को अच्छा माहौल एवं आधारभूत सुविधाएं देने के लिए जिला प्रशासन से उनकी क्या- क्या अपेक्षाएं हैं. आश्वस्त करते हुए उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन जिले के खिलाड़ियों को एक अच्छा माहौल देने तथा उनके परिजनों को सभी न्यूनतम आवश्यकताएं उपलब्ध कराने के लिए सदैव संकल्पित है. इस दौरान अनुमंडल पदाधिकारी रवि आनंद, प्रशिक्षु आईएएस आशीष गंगवार, कार्यपालक पदाधिकारी संजय कुमार, खेल पदाधिकारी हेमलता बून, फुटबॉल कोच बीना केरकेट्टा सहित शहर के कई अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त खिलाड़ी मौजूद थे.
क्या है सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना
झारखंड की हेमंत सरकार ने बालिका शिक्षा पर जोर, बाल विवाह का अंत और महिला सशक्तीकरण के उद्देश्य को लेकर राज्य में सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना की शुरुआत की. इस योजना के तहत किशोरियों को अपने जीवन के संबंध में स्वतंत्र निर्णय लेने के लिए सक्षम बनाना है.
अच्छी शिक्षा के लिए मिलेगी 40 हजार रुपये की सहायता
सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के तहत राज्य सरकार किशोरियों को अच्छी शिक्षा के लिए 40 हजार रुपये की सहायता राशि दे रही है. इसके तहत कक्षा आठवीं में छात्राओं को 2500 रुपये मिलेगी. इसके अलावा कक्षा नौवीं में 2500 रुपये, कक्षा 10वीं में 5000 रुपये, कक्षा 1वीं और 12वीं में 5000-5000 रुपये और 18 से 19 साल होने पर किशोरियों को एकमुश्त 20 हजार रुपये दिये जाएंगे. इस तरह से कुल 40 हजार रुपये किशोरियों को मिलेगी.
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रिपोर्ट : जगरनाथ पासवान, गुमला.