Jharkhand news: गुमला प्रखंड के चुहरू अहीरपुरवा गांव के तीन अनाथ भाई-बहनों की दुखभरी कहानी की खबर प्रभात खबर में छपने के बाद झारखंड के दो मंत्रियों ने संज्ञान लिया है. दोनों मंत्रियों ने गुमला डीसी को निर्देश देते हुए तीनों अनाथ बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा देने का निर्देश दिया गया है. साथ ही राशन कार्ड में तीनों बच्चों का नाम भी जोड़ने के लिए कहा है.
मंत्री चंपई सोरेन ने मामले में संज्ञान लेते हुए कहा है कि इन बच्चों को सामाजिक सुरक्षा से जोड़ते हुए इनकी शिक्षा की व्यवस्था की जाये. बच्चों की पढ़ाई जारी रहे. इसकी समुचित व्यवस्था हो. मंत्री श्री सोरेन ने कहा कि वर्तमान सरकार सभी के चेहरे पर मुस्कान लाने में जुटी है. ऐसे में इन बच्चों के चेहरे पर भी मुस्कान लाया जायेगा. इसी के तहत डीसी को कई निर्देश दिये गये हैं.
वहीं, युवा समाजसेवी विकास कुमार महतो द्वारा प्रभात खबर की कटिंग को मंत्री जगरनाथ महतो को ट्वीट किया गया. इस ट्वीट पर संज्ञान लेते हुए मंत्री जगरनाथ महतो ने भी गुमला डीसी को निर्देश देते हुए कहा है कि दोनों बहनों का कस्तूरबा स्कूल में नामांकन हो. साथ ही छोटे भाई का स्कूल में दाखिला कराया जाये. इन तीनों बच्चों का नाम राशन कार्ड से भी जोड़ा जाये.
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यहां बता दें कि 24 जून, 2021 को गुलुवा उरांव ने अपनी पत्नी फुलमनी देवी की हत्या कर दी थी. इसके बाद से गुलुवा उरांव जेल में है. गुलुवा के जेल जाने और फुलमनी की मौत के बाद उसके तीन बच्चे 15 वर्षीय सीतामुनी कुमारी, 10 वर्षीय विनीता कुमारी और 7 वर्षीय बबलू उरांव अनाथ हो गये. सीतामुनी अभी आठवीं कक्षा व विनीता छठी कक्षा में पढ़ती है, जबकि बबलू का स्कूल में नामांकन नहीं हुआ है. अनाथों की तरह जी रहे तीनों भाई बहन अपनी सुरक्षा, शिक्षा व आश्रय चाहते हैं. इनके पास राशन कार्ड है. लेकिन, तीनों बच्चों का नाम राशन कार्ड में नहीं चढ़ा है.
Posted By: Samir Ranjan.