Jharkhand News, गुमला न्यूज (दुर्जय पासवान) : प्रभात खबर में छपी खबर का असर हुआ है. यौन शोषण की शिकार आदिवासी महिला का गुमला सदर अस्पताल में शनिवार को पुलिस ने मेडिकल जांच करायी. इसके साथ ही यौन शोषण के आरोपी सिसई प्रखंड के कलीम अंसारी के खिलाफ अनुसूचित जनजाति/अनुसूचित जाति थाना गुमला में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. इस पूरे मामले की जांच का जिम्मा गुमला के एसडीपीओ मनीषचंद्र लाल को दिया गया है. इसके अलावा आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने छापामारी शुरू कर दी है.
आपको बता दें कि पीड़िता को महीनों से अलग-अलग थानों का चक्कर लगवाया जा रहा था, परंतु थाने में केस दर्ज नहीं किया जा रहा था. यहां तक कि मेडिकल जांच कराने के लिए महिला को बसिया से गुमला बुलाया जा रहा था. पुलिस के बुलावे पर महिला चार दिन से गुमला आ रही थी, परंतु उसका मेडिकल नहीं कराकर वापस भेज दिया जाता था. शनिवार को पीड़िता की समस्या को प्रभात खबर ने प्रमुखता के साथ छापा. इसके बाद पुलिस हरकत में आयी. गुमला पुलिस ने बसिया थाना की पुलिस से संपर्क किया. इसके बाद बसिया पुलिस पीड़िता को अपने संरक्षण में लेकर गुमला आयी. इसके बाद प्रक्रिया के तहत मेडिकल जांच करायी गयी.
एसटी/एससी थाना प्रभारी सुमन कुमारी ने कहा कि पीड़िता की मेडिकल जांच करायी गयी है. थाना में उसके आवेदन के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. एसडीपीओ इस मामले की जांच कर रहे हैं. आरोपी की भी तलाशी हो रही है. यहां बतातें चलें कि पीड़िता दो बच्चों की मां है. पति ने उसे छोड़ दिया है. वह गरीबी में किसी प्रकार मजदूरी कर अपने बच्चों की परवरिश कर रही है. कलीम अंसारी ने पहले महिला से दोस्ती की. इसके बाद उसे अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देकर दुष्कर्म किया. फिर महीनों तक यौन शोषण करता रहा. यहां तक कि धर्म बदलने का भी दबाव बनाया और जान से मारने की धमकी भी देता था. थाना में आवेदन देने के बाद भी केस वापस लेने की धमकी महिला को दी गयी थी. इससे महिला डरी हुई थी. इसलिए महिला छिपकर रह रही थी.
Posted By : Guru Swarup Mishra