Jharkhand News: गुमला जिला के बिशुनपुर प्रखंड स्थित सेरका जंगल में भाकपा माओवादी के सबजोनल कमांडर 15 लाख रुपये के इनामी रवींद्र गंझू के अपने दस्ते के साथ घूमने की सूचना के बाद गुमला पुलिस अलर्ट हो गयी है. रवींद्र के सेरका में होने की सूचना बुधवार को पुलिस के सीनियर अधिकारियों को मिली. जानकारी मिलते ही पुलिस मुख्यालय में गतिविधि तेज हो गयी. सैकड़ों की संख्या में सेरका जंगल में रातभर पुलिस बल ने अभियान चलाया. हालांकि, गुरुवार सुबह तक इनामी नक्सली रवींद्र गंझू का कोई सुराग नहीं मिल सका है. इस दौरान बिशुनपुर पुलिस द्वारा मुख्यालय की सड़कों से गुजरने वाली गाड़ियों पर पैनी नजर रखी जा रही थी.
सेरका जंगल में रवींद्र गंझू के दस्ता के होने की मिली सूचना
पुलिस सूत्रों की माने, तो इनामी नक्सली रवींद्र गंझू के दस्ता की सेरका जंगल में होने की सूचना मिली थी. अभियान को लेकर प्रभारी पुलिस अधीक्षक सौरभ कुमार भी बिशुनपुर पहुंचे थे. हालांकि, मामले की पुष्टि किसी भी पुलिस अधिकारी ने नहीं की है. जानकारी के लिए थाना प्रभारी सदानंद सिंह को कॉल किया गया, लेकिन उनका कॉल नहीं लग सका.
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बसों में नक्सलियों की तलाश
पुलिस को गुप्त सूचना मिली है कि कुछ नक्सली बस एवं अन्य चार पहिया वाहनों से सफर कर गुमला से दूसरे स्थान जाने वाले हैं. इस सूचना के बाद पुलिस अलर्ट है. नक्सलियों की तलाश की गयी, लेकिन सफलता नहीं मिली. एसपी डॉ एहतेशाम वकारीब के निर्देश पर गुरुवार को चैनपुर थाना के समीप अपराध नियंत्रण को लेकर वाहन जांच अभियान चलाया. थानेदार आशुतोष कुमार सिंह, एएसआइ मदन शर्मा एवं सशस्त्र बल के जवानों ने थाना के पास से गुजरने वाली सभी चार पहिया एवं यात्री बस को रोक कर जांच पड़ताल की. साथ ही चार पहिया वाहनों की डिक्की की भी तलाशी ली. वाहन चालकों से पूछताछ की. थानेदार आशुतोष कुमार सिंह ने कहा कि अपराध नियंत्रण एवं क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम रहे.
रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला.