Jharkhand news: सरकारी पैसों की बंदरबाट और बर्बादी देखनी है, तो गुमला जिला के तेलगांव और करौंदी पंचायत में देखिए. यहां किस कदर रूर्बन मिशन में लूट हुई है. यह सच खुद रूर्बन मिशन की योजनाएं बयां कर रही है. गुमला शहर से सटे करौंदी पंचायत के सिलम घाटी में यात्री शेड बनाया गया है. लाखों रुपये खर्च हुए. दो साल पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसका ऑनलाइन उदघाटन भी किया, लेकिन आज तक यात्री शेड का उपयोग नहीं हुआ और यह बेकार पड़ा हुआ है.
बता दें कि सिलम घाटी में जिस स्थान पर यात्री शेड बना है. जहां यात्री शेड है. वहां पास घाटी है. इसलिए घाटी में बस खड़ी नहीं होती है और इसी स्थान पर बस पड़ाव बना दिया गया है. आज तक कभी यहां बस खड़ी नहीं हुई है और ना ही यात्री कभी बस का इंतजार करते नजर आये हैं. यात्री शेड के ठीक सामने CRPF कैंप भी है. इस कारण यहां बस खड़ी करने और लोगों को बेवजह भीड़ लगाने पर रोक है, जबकि बस पड़ाव करौंदी पंचायत मुख्यालय से दो किमी दूर भी है. जहां आसपास कोई घनी आबादी भी नहीं है. सिर्फ CRPF कैंप, बगल में मूक बधिर स्कूल, रिमांड होम और अग्निशमन विभाग है.
जिस स्थान पर यात्री शेड बना है. वहीं, पास में मार्केट कॉम्प्लेक्स भी बनाया गया है. 10 रूम का दुकान है. दो साल पहले दुकान बना था. जिसका शटर आज तक बंद है. दुकानों को चलाने के लिए किसी को दिया भी नहीं गया है. चूंकि जिस स्थान पर मार्केट कॉम्प्लेक्स है. वहां घनी आबादी नहीं रहने के कारण यहां दुकान चलाना मुश्किल है. सिर्फ यहां कोई होटल या गैरेज ही चल सकता है. लेकिन, CRPF कैंप सामने होने के कारण होटल भी चलाना मुश्किल है.
Also Read: पूर्व CM रघुवर दास ने की फिल्म ‘The Kashmir Files’ को झारखंड में टैक्स फ्री करने की मांगसुजीत नंदा, बालेश्वर सिंह और दिनेश सिंह ने कहा कि सिलम घाटी में यात्री शेड और मार्केट कॉम्प्लेक्स बनाकर सरकारी राशि का दुरुपयोग किया गया है. सिर्फ योजना की राशि का बंदरबांट करने के लिए यहां भवन बनाया गया है. अगर पंचायत का रूर्बन मिशन के तहत विकास करना था, तो उपयोगी स्थल पर भवन बनाना चाहिए था. प्रशासन को चाहिए कि मार्केट कॉम्प्लेक्स का भवन बेकार ना हो. इसके लिए इसका उपयोग हो.
इस संबंध में करौंदी पंचायत के मुखिया सुखदेव उरांवने कहा कि यात्री शेड और मार्केट कॉम्प्लेक्स बनाने के लिए पंचायत के किसी लोगों से कोई राय नहीं ली गयी. अधिकारी बंद कमरे में बैठक किये और भवन की स्वीकृति देकर काम करा दिये. यात्री शेड और मार्केट कॉम्प्लेक्स दो साल से बेकार पड़ा है. इसका उपयोग होना मुश्किल है.
रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला.