गुमला, दुर्जय पासवान : गुमला जिला अंतर्गत जारी थाना स्थित जरडा पंचायत के बरवाडीह गांव निवासी कमलेश चीक बड़ाइक (32 वर्ष) ने अपने पिता सुखदेव बड़ाइक की 16 अगस्त को हत्या कर दी. इसके बाद पिता के शव को करमडांड़ में दफना दिया. कई दिनों से लापता सुखदेव को जब ग्रामीणों ने नहीं देखा, तो इसकी सूचना पुलिस को दी. रविवार की शाम को पुलिस ने कमलेश को हिरासत में लेकर पूछताछ किया, तो उसने अपने पिता की हत्या कर शव को दफनाने की जानकारी दी. इसके बाद सोमवार की सुबह को मजिस्ट्रेट रेशमा रेखा मिंज की उपस्थिति में शव को जारी पुलिस ने कब्र खोदकर निकाला. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए गुमला सदर अस्पताल भेजा. लेकिन, शव काफी सड़ जाने के कारण रिम्स रांची भेज दिया गया. जबकि, पुलिस ने हत्या के आरोपी पुत्र को सोमवार को जेल भेज दिया.
ऐसे खुला हत्या का राज
ग्रामीणों ने बताया कि मृतक सुखदेव बड़ाइक गांव में दिखायी नहीं देने पर उसके पुत्र कमलेश चीक बड़ाइक से पूछताछ किया, तो उन्होंने कहा कि उसका पिता घर निकलकर कहीं चले गये हैं. मुझे भी जानकारी नहीं है. मैं अपने पिता को खुद खोज रहा हूं. लेकिन, पता नहीं चल रहा है. तब ग्रामीणों ने मृतक के बेटे से कहा कि थाना में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराने से पुलिस सुखदेव को खोजेगी. यह सुनकर कमलेश डर गया. वह थाना जाने से इंकार कर दिया, तो ग्रामीणों को शक हुआ कि सुखदेव के साथ कुछ हो गया है. ग्रामीणों ने रविवार को इसकी सूचना जारी थानेदार मनीष कुमार को दी. सूचना मिलते ही थानेदार बरवाडीह गांव पहुंचा. पुत्र कमलेश चीक बड़ाइक को पकड़कर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने हत्या करने की बात कबूला.
इस कारण कर दी हत्या
आरोपी पुत्र ने पुलिस को बताया कि मैं अपने पिताजी को अचानक गाल में थपड़ मारा. जिससे वह पत्थर में गिर गये. इससे उसकी मौत हो गयी. जब हत्या करने का कारण पूछा, तो उन्होंने कहा कि मेरे पिता द्वारा बैल, बकरी एवं खेत को बेचने से मना करते थे. इसलिए हत्या कर दिया. ग्रामीणों के अनुसार, आरोपी शराबी किस्म का व्यक्ति है. वह घर के बैल, बकरी एवं खेत को शराब पीने के लिए बेचने का प्लान करता था, तो पिता उसे नहीं बेचने देते थे. उसी गुस्से में पिता की हत्या कर बरवाडीह के करमडांड़ में दफना दिया.
शव को भेजा गया रांची : थानेदार
इस संबंध में थानेदार मनीष कुमार ने कहा कि मजिस्ट्रेट की उपस्थित में दफनाए शव को कब्र से खोदकर बाहर निकाला गया. सोमवार को आरोपी को जेल भेज दिया गया. सड़ जाने के कारण शव का पोस्टमार्टम के लिए रांची भेज दिया गया.
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भरनो में रिटायर्ड आर्मी जवान की हत्या का खुलासा, आरोपी गिरफ्तार
दूसरी ओर, भरनो पुलिस ने बेड़ो प्रखंड के रिटायर्ड आर्मी के जवान क्रिस्टोफर लकड़ा (70 वर्ष) की हत्या मामले का उद्भेदन कर लिया है. 29 अगस्त को पुलिस ने भरनो से क्रिस्टोफर का शव बरामद किया था. यह जानकारी देते हुए इंस्पेक्टर एसएन मंडल व थानेदार कॄष्ण कुमार तिवारी ने बताया कि हत्यारा मलगो जंगलीटोली निवासी उमेश गोप उर्फ खड़िया है. पुलिस ने सोमवार को आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. मृतक का संपर्क दो साल से उमेश गोप से था. कभी कभी उमेश उसकी गाड़ी चलाता था. पहले भी मृतक उमेश के घर आना-जाना करता था. बीते 26 अगस्त को क्रिस्टोफर बेड़ो से उमेश के साथ जंगलीटोली आने के लिए निकला था, तभी रात होने के कारण गांव के पास कच्ची सड़क पर उसका मारुति वैन फंस गया. इस पर क्रिस्टोफर लकड़ा अपने ड्राइवर उमेश को डांटने लगा, जिससे गुस्से में आकर उमेश ने पत्थर से उसके सिर पर वार कर दिया, जिससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. फिर उमेश अपने चाचा के घर से एक गमछा लाया और शव को पत्थर से बांध कर नदी में डुबो दिया. घटना को अंजाम देने के बाद उमेश गोप मृतक की मारुति लेकर चान्हो भाग गया. पुलिस टीम ने अनुसंधान शुरू किया, तो उमेश का नाम आया, जिसे गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद जेल भेज दिया. आरोपी की निशानदेही पर मारुति वैन, मृतक का मोबाइल व हत्या में प्रयुक्त पत्थर बरामद कर लिया. छापेमारी में एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल, इंस्पेक्टर एसएन मंडल, थानेदार कृष्णा कुमार तिवारी, एसआइ शिवम गुप्ता, सुरेंद्र कुमार, फागू राम उरांव आदि शामिल थे.