Jharkhand news: गुमला जिला में कोरोना महामारी एवं टीबी उन्मूलन के तहत 100 दिवसीय एक्टिव केस फाइंडिंग जागरूकता रथ को शुक्रवार को आईटीडीए भवन परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. जागरूकता रथ के माध्यम से गांव-गांव घूमकर ना केवल टीबी और कोरोना संक्रमितों का सर्वेक्षण किया जायेगा, बल्कि बीमारी से ग्रसित मरीजों को चिह्नित कर उनका समुचित इलाज भी किया जायेगा.
इस मौके पर डीसी शिशिर कुमार सिन्हा ने कहा कि जिले में यक्ष्मा उन्मूलन के लिए प्रत्येक व्यक्ति की जांच जरूरी है. इसके लिए जागरूकता रथ निकाला गया है. जागरूकता रथ के माध्यम से टीबी और कोरोना संक्रमण के संबंध में लोगों को जागरूक किया जायेगा. वहीं, गांव-गांव घूमकर ना केवल टीबी बीमारी से ग्रसित मरीजों का सर्वेक्षण किया जायेगा, बल्कि बीमारी से ग्रसित मरीजों को चिह्नित कर उसका समुचित इलाज भी किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि शुरुआती दौर में यह कार्यक्रम 100 दिनों तक चलाया जायेगा. जिसके तहत कम्युनिटी मोबलाइजर, पारा चिकित्सीय कर्मी, सहिया आदि के सहयोग से एक सूक्ष्म कार्ययोजना के आधार पर जिले के सभी गांवों, कस्बों, मोहल्लों में घर-घर जाकर यक्ष्मा के लक्षण वाले संभावित मरीजों की पहचान की जायेगी. पीड़ित मरीजों को निःशुल्क दवाई एवं उपचार मुहैया कराया जायेगा.
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वहीं, सीएस डॉ राजू कच्छप ने टीबी उन्मूलन अभियान के संबंध में बताया कि पीरामल स्वास्थ्य द्वारा जिले में कोरोना एवं यक्ष्मा की कड़ी को तोड़ने के लिए अगले 100 दिनों तक गांव एवं पंचायतों में घर-घर जाकर यक्ष्मा के सक्रिय मामलों को चिह्नित किया जायेगा. इस दौरान पारा चिकित्सीय टीम द्वारा लोगों के स्पुटम का सैंपल एकत्रित कर जांच केंद्रों में भेजा जायेगा. यक्ष्मा के चिह्नित मरीजों की निःशुल्क जांच व इलाज करायी जायेगी.
जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के मौके पर डीडीसी कर्ण सत्यार्थी, भूमि सुधार उपसमाहर्ता सुषमा नीलम सोरेंग, डीएसओ गुलाम समदानी, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ कृष्णकांत मिश्रा एवं श्रम अधीक्षक एतवारी महतो के अलावा पीरामल स्वास्थ्य के डॉ जगजीत सिंह, रोहित कुमार, डीपीएल प्रमोद कुमार जायसवाल, अरविंद कुमार सिंह, कमलेश्वर मिश्रा सहित अन्य उपस्थित थे.
रिपोर्ट : जगरनाथ, गुमला.