दुर्जय/प्रफुल, गुमला/सिसई : दहेज में बाइक मांगना दूल्हे को महंगा पड़ा. दुल्हन ने शादी करने से इंकार कर दिया. इसके बाद दुल्हन के गांववालों ने दूल्हा व उसके परिजनों को बेइज्जत भी किया. दूल्हे को बिना दुल्हन बैरंग लौटना पड़ा. वहीं ग्रामीणों ने बैठक की और लड़की की दूसरे लड़के से शादी करा दी. मामला गुमला जिला अंतर्गत सिसई प्रखंड के बघनी गांव का है.
अपाची बाइक मांगना पड़ा महंगा : बघनी गांव निवासी इश्हाक अंसारी की पुत्री शाहिन परवीन की शादी मंगलवार को लोहरदगा जिले के सेन्हा थाना क्षेत्र के डाड़ू अंबाटोली निवासी सहादत अंसारी के पुत्र सैयद अंसारी से होनी थी.
शादी का निमंत्रण कार्ड भी बंट चुका था. शादी से एक सप्ताह पहले लड़के ने अचानक दुल्हन के पिता को फोन कर मोटरसाइकिल की मांग की. लड़की के पिता ने रिश्तेदारों से कर्ज लेकर बाइक खरीदी. लड़के को बुलाकर उसकी ही पसंद की बाइक ग्लैमर दिखा दी गयी. बारात आने के दो दिन पहले लड़के ने फोन कर उक्त बाइक की जगह अपाची बाइक देने की मांग की.
कन्या के पिता ने समाज के प्रबुद्धजनों के पास अपनी लाचारी व्यक्त करते हुए अपाची मोटरसाइकिल देने में असमर्थता जतायी. यह सुन लोगों ने कहा कि लालची लड़के को सबक सिखाने की जरूरत है. ग्रामीणों के निर्णय के अनुसार कन्या के पिता ने अपाचे देने की बात कह वर पक्षवालों को निर्धारित शादी के दिन को बारात लेकर आने को कहा.
दूल्हा को बंधक बनाया, फिर छोड़ा : दूल्हा मंगलवार को बारात लेकर बघनी गांव पहुंचा, जहां लोगों ने दूल्हा और उसके परिवारवालों को जमकर खरी खोटी सुनायी. वहीं बंधक बना कर रखा. गांव के प्रबुद्ध जनों द्वारा पंचायती कर शादी के लिए खरीदी गयी मोटरसाइकिल को दूल्हे को सौंपते हुए लड़के के परिजनों से पूर्व के कार्यक्रमों में हुए खर्च और खरीदी गयी
मोटरसाइकिल की कीमत एक लाख 37 हजार रुपये जुर्माना स्वरूप जमा कराने का फैसला लिया गया. जिसे करने के लिए लड़का पक्षवाले काफी ना नुकूर करने के बाद तैयार हुए. पंचायत की बैठक के बाद दूल्हा को मुक्त किया गया और उसे वापस उसके घर भेज दिया गया.
गुमला के सिसई प्रखंड के बघनी गांव का मामला
समाज के लोगों ने लालची लड़के को सबक सिखाने की ठानी
ग्रामीणों ने वर पक्ष को बाइक की कीमत समेत शादी के खर्च एक लाख 37 हजार रुपये बतौर जुर्माना देने को कहा
कन्या ने कहा : दुल्हन शाहिन ने कहा कि दूल्हे की लालच को देखते हुए उसने शादी से इंकार कर दिया. उसके पिता ने पैसा जुगाड़ कर बाइक खरीदी. बाद में लड़का महंगी बाइक की मांग करने लगा. लड़का सहित पूरा परिवार लालची है.
सजी मंडप में हुई शादी : दूल्हा के बैरंग लौटने के बाद गांव में ग्रामीणों ने बैठक की. फिर बघनी गांव के ही इदरीश अंसारी के पुत्र शमशेर अंसारी से शाहिन परवीन की शादी उसी मंडप में की गयी.
Post by : Pritish Sahay