Coronavirus in Jharkhand : गुमला : सदर अस्पताल, गुमला के आइसोलेशन वार्ड (Isolation Ward) में मच्छर काटने के बाद कोरोना संक्रमित मरीजों ने हंगामा किया है. हंगामा के बाद भी मरीजों की समस्या का समाधान नहीं हुआ है. इससे मरीजों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. मरीजों ने प्रभात खबर को फोन कर बताया है कि मच्छरों के प्रकोप के बाद मच्छरदानी की मांग स्वास्थ्य विभाग से कर रहे हैं, लेकिन मच्छरदानी नहीं मिल रही है. न ही मच्छर मारने के लिए अगरबत्ती ही दिया जा रहा है.
लोगों ने कहा कि नर्सिंग कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में 4 बच्चे भी हैं. ये बच्चे मच्छर काटने से सबसे ज्यादा परेशान हैं. मच्छरदानी नहीं मिलने पर मच्छर मारने वाला अगरबत्ती मांगा गया है, लेकिन मच्छर से बचने का कोई उपाय नहीं किया जा रहा है. इधर, गुरुवार की रात को भोजन देर से मिलने की शिकायत पर लोगों ने हंगामा किया. हालांकि, हंगामा के दौरान ही सभी मरीजों को भोजन मिल गया था. इसके बाद लोग शांत हुए थे.
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यहां बता दें कि नर्सिंग कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में 75 और पॉलिटेक्निक कॉलेज चंदाली के आइसोलेशन वार्ड में 51 संक्रमित मरीजों को रखा गया है. नर्सिंग कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड के नोडल रंजीत कुमार ने कहा है कि एक मरीज कोरोना संक्रमित के अलावा मानसिक रोगी भी है. वह वार्ड के अंदर आये दिन हंगामा करते रहता है. गुरुवार की रात को समय पर भोजन सभी को दे दिया गया था, लेकिन एक मरीज बेवजह हो-हल्ला करते रहता है.
मच्छरदानी के संबंध में कहा कि मरीजों को मच्छरदानी देने के लिए अभी तक व्यवस्था नहीं की गयी है. हालांकि, मरीजों को कहा गया है कि अगर मच्छर काटने की शिकायत है, तो गेट के पास से अगरबत्ती जला कर ले जा सकते हैं. आइसोलेशन वार्ड में माचिस, चाकू ले जाने की अनुमति नहीं है, क्योंकि कोरोना संक्रमण के कारण मानसिक परेशानी में कोई मरीज कुछ भी कर सकता है. इसलिए अगरबत्ती जलाने के लिए वार्ड के अंदर माचिस ले जाने पर रोक है.
Posted By : Samir Ranjan.