पालकोट प्रखंड की कुलूकेरा पंचायत के मुराईटोली गांव निवासी सैनिक स्वर्गीय इमानुवेल लकड़ा 1971 के भारत पाकिस्तान के युद्ध में शामिल हुए थे. फौजी की पत्नी तारनिका लकड़ा ने बताया कि इमानुवेल लकड़ा 10-बिहार रेजिमेंट में सूबेदार के पद पर थे. मैट्रिक परीक्षा लिखने के दौरान उनकी फौज में बहाली हो गयी थी. तब से देश की सेवा कर रह रहे थे.
पत्नी ने बताया कि 1971 के लड़ाई में हवाई जहाज से दुश्मनों पर बमबारी करते थे. परमवीर अलबर्ट एक्का के साथ दुश्मनों के साथ लड़ाई लड़े हैं. उन्होंने बताया कि 1971 की लड़ाई में इमानुवेल के साथ सिमडेगा करजीडांड़ के बहन दामाद बेलहम मिंज भी थे.
युद्ध के दौरान उनके दामाद शहीद हो गये थे. सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद इमानुवेल बैंक ऑफ इंडिया देवघर, गुमला व पालकोट में गार्ड की नौकरी की. 24 नवंबर 2016 को उनका निधन हो गया. सूबेदार के दो बेटा और एक बेटी है. बड़ा पुत्र अनूप लकड़ा सेना में है. दूसरा पुत्र किरण वह भी सेना में थे और सेवानिवृत्त हो गये. बेटी प्रभा लकड़ा बैंक में पीओ के पद में कार्यरत हैं. वे सभी रांची में रहते हैं.
सिमडेगा विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि सुबोध लकड़ा ने बुधवार को तारनिका लकड़ा से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि इमानुवेल लकड़ा मेरे बड़े भाई थे. मेरा फर्ज बनता है कि जिस व्यक्ति ने देश सेवा की है. इसके लिए मैं अपने स्तर से प्रयास करूंगा कि गांव में एक स्मारक बनाया जाये.