Jharkhand news: गुमला शहर से सटे चंदाली स्थित कृषि फार्म में भवन निर्माण कार्य को शनिवार को ग्रामीणों ने बंद करा दिया. ग्रामीणों ने उक्त जमीन को सरकार द्वारा धोखे से लेने व उसका मुआवजा नहीं देने का आरोप लगाते हुए कार्य बंद कराया है. ग्रामीण बंधना उरांव ने बताया कि हमारे पूर्वज से धोखे से सरकार ने जमीन ली है. कृषि करने के उद्देश्य से सरकार जमीन ली. लेकिन उसके बदले हमारे पूर्वजों को उसकी सही जानकारी नहीं थी. साथ ही मुआवजा भी सरकार ने नहीं दिया. पूर्वज छोटका चरवा एवं चमरू उरांव के नाम से जमीन दर्ज है.
मुआवजा नहीं मिलने का आरोप
ग्रामीणों ने कहा कि कृषि फार्म के नाम का दावा जो प्रशासन कर रहा है. वह जमीन ग्रामीणों की है और पूर्व में इस जमीन को सरकार ने धोखे से खेती-बारी करने एवं बीज का उत्पादन करने के नाम से ली थी. इसमें किसी भी परिवार को किसी प्रकार का मुआवजा नहीं मिला है. असनी पंचायत की मुखिया गौरी देवी ने ग्रामीणों का साथ देते हुए कहा कि जब तक सरकार इस जमीन का कागजात नहीं दिखा पाती और यह स्पष्ट नहीं करती कि यह जमीन सरकार की है. तब तक इसमें किसी प्रकार का निर्माण कार्य नहीं होगा. ग्रामीण के पास इस भूमि के समस्त कागजात है और वे उनका रसीद भी वर्तमान समय में कटा रहे हैं.
ग्रामीणों ने जताया विरोध
पंचायत समिति सदस्य बलदेव उरांव ने कहा कि आदिवासियों की जमीन को सरकार हड़पना चाहती है. यहां गलत तरीके से पॉलिटेक्निक कॉलेज का निर्माण हुआ. हॉकी स्टेडियम का निर्माण होना है. समाहरणालय का निर्माण होने की सूचना मिली है. गुमला जिला के समस्त भवनों का निर्माण सिर्फ चंदाली गांव में नहीं हो सकता. इसका हमलोग सभी ग्रामवासी विरोध करते हैं.
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जिला प्रशासन से मांग
आदिवासी नेता देवेंद्र लाल उरांव ने कहा कि जिला प्रशासन पहले यह स्पष्ट करें कि जमीन सरकारी है और जिन रैयतों की जमीन को सरकार ने ली है. पहले उनका मुआवजा दे. उसके बाद ही यहां निर्माण कार्य कराये, ताकि किसी प्रकार कोई विवाद ना हो. मौके पर सोमनाथ लकड़ा, मंगरु टोप्पो, अशोक पन्ना, मंगलू उरांव, रघुनाथ उरांव, लीलावती, कुंजवान, चमारी देवी, चरिया देवी, सुगो देवी, झालो देवी, गीता देवी, भीसारी देवी, मंती देवी सहित अन्य मौजूद थे.
रिपोर्ट : जगरनाथ पासवान, गुमला.