Jharkhand News: झारखंड के गुमला जिले के सिसई थाना के लकेया गांव में डायन-बिसाही में गांव के कुछ लोगों द्वारा एक जनवरी की रात को दो सगे भाइयों को बिजली के खंभे से बांधकर पिटाई के बाद एक युवक की आंख फोड़ दी गयी थी. प्रभात खबर में प्रमुखता से समाचार प्रकाशित होने के बाद सोमवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव आनंद सिंह, जिला कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा, सीओ अरुणिमा एक्का, सीडीपीओ सुधा सिन्हा, थानेदार कृष्णा कुमार तिवारी, बीपीएम रिजवाना, जियाउल हक, जोसेफ किंडो पीड़ित परिवार से मिलने गांव पहुंचे. इस दौरान उन्होंने परिवार के एक-एक व्यक्ति से घटना की जानकारी ली और अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया. इधर, जानलेवा हमला करने के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया गया.
अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को सतर्क रहने व किसी तरह की आशंका होने पर तुरंत थाना में सूचना देने की बातें कहीं. डालसा (जिला विधिक सेवा प्राधिकार) के सचिव श्री सिंह ने कहा कि डायन-बिसाही कुछ नहीं होता है. यह अशिक्षित समाज का भ्रम है. अंधविश्वास व कुरीतियों को लेकर सरकार कई तरह का जगरूकता अभियान चलाकर अंधविश्वास के विरूद्ध लोगों को जागरूक कर रही है. फिर भी लोग अंधविश्वास में फंस कर मारपीट व हत्या जैसी जघन्य अपराध को अंजाम दे देते हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह अशिक्षा व शराब है. उन्होंने सभी से नशापान से दूर रहने व परिवार को शिक्षित बनाने की अपील की.
पीड़ित परिवार से मिलकर अधिकारी लौट रहे थे. तभी गांव के बीच में सैकड़ों महिलाओं ने अधिकारियों की गाड़ी को घेर लिया और प्राथमिकी में दर्ज लोगों को निर्दोष बताने लगीं. जिस पर अधिकारियों ने सभी से गांव में शांति बनाये रखने की अपील करते हुए कहा कि कानून अपना काम कर रहा है, जो निर्दोष होगा. उसे डरने की जरूरत नहीं है.
इधर, सिसई थाना के लकेया गांव में डायन बिसाही के आरोप में दो भाइयों पर जानलेवा हमला करने के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया गया. जेल जाने वालों में बोलबा उरांव (30), जगतपाल उरांव (28), प्रवीण उरांव (26) व एक नाबालिग है. आपको बता दें कि एक जनवरी की रात को एक परिवार के लोगों पर जानलेवा हमला कर अजय उरांव व संजय उरांव को बिजली पोल से बांधकर जमकर पिटाई की गयी थी. जिसमें अजय उरांव की एक आंख फूट गयी है. बीच बचाव करने पहुंचे परिजनों पर भी जानलेवा हमला किया गया था. जिसमें कई लोगों को आंशिक चोटें आयी हैं. इस मामले में पुलिस सात लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी.
हिरासत में लिये गये चार लोगों का नाम प्राथमिकी में आने के बाद चारों को सोमवार को जेल भेज दिया गया. बाकी तीन लोगों को पूछताछ कर छोड़ दिया गया. थानेदार कृष्णा कुमार तिवारी ने बताया कि डायन बिसाही का आरोप लगाकर मारपीट करने के मामले में लकेया पंचायत की मुखिया सुगिया देवी सहित 10 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है. घटना की रात को पूछताछ के लिए सात लोगों को लाया गया था. प्राथमिकी में दर्ज चार व्यक्ति ने अपना अपराध स्वीकार किया. जिससे जेल भेज दिया गया. बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है.
रिपोर्ट: दुर्जय पासवान