Jharkhand Crime News, गुमला न्यूज (दुर्जय पासवान) : पशु तस्करों को पकड़ने छत्तीसगढ़ गयी झारखंड के गुमला स्थित रायडीह थाना के थानेदार सहित पांच पुलिसकर्मियों की जान बच गयी. ग्रामीण महिलाओं ने शनिवार की रात 9.45 बजे पुलिस टीम पर हमला कर दिया था. पुलिस ने भागकर अपनी जान बचायी.
गुमला के रायडीह थाना की पुलिस पशु तस्करों (animal smugglers) को पकड़ने के लिए लोदाम थाना स्थित साई टांगरटोली गांव में घुस गयी थी. महिलाओं ने घेरकर पुलिस की गाड़ी का शीशा तोड़ दिया. रायडीह के थाना प्रभारी नीतीश कुमार, एएसआई वीरेंद्र देव, दो पुलिस जवान व पुलिस गाड़ी के एक चालक को घेर लिया था. ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर पशु तस्करों, पिकअप गाड़ी व गाड़ी में लदे पशुओं को भगा दिया.
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रायडीह के थानेदार नीतीश कुमार के अनुसार इस दौरान लोदाम थाना की पुलिस से मदद मांगी गयी थी. परंतु लोदाम थाना की पुलिस ने मदद नहीं की. जब ग्रामीणों के उग्र रूप को देखते हुए रायडीह पुलिस साई टांगरटोली गांव से निकलकर रायडीह पहुंच गयी. तब लोदाम थाना की पुलिस साई टांगरटोली गांव गयी. इस संबंध में लोदाम थाना में किसी प्रकार की प्राथमिकी (FIR) भी दर्ज नहीं की गयी है.
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के लोदाम के रास्ते से एक पिकअप में पशुओं को लादकर तस्कर लोग रायडीह में प्रवेश कर रहे थे. तभी इसकी गुप्त सूचना रायडीह थाना की पुलिस को मिल गयी. उस समय रायडीह थानेदार नीतीश कुमार, एएसआई वीरेंद्र देव पुलिस बल के साथ मांझाटोली में गश्ती करते हुए वापस थाना आ रहे थे. तभी हरिनाछापर गांव के समीप थानेदार को पता चला कि पिकअप शंख नदी पार कर मांझाटोली में प्रवेश कर गयी है.
थानेदार अपनी टीम के साथ पशु तस्करों को पकड़ने के लिए मांझाटोली के समीप पहुंचे. तभी तेज गति से आ रही पिकअप गाड़ी मांझाटोली पेट्रोल पंप के समीप पुलिस को देखकर वापस लोदाम की ओर भागने लगी. थानेदार पिकअप गाड़ी का पीछा करते हुए लोदाम घुस गये. इस दौरान नीतीश कुमार ने लोदाम थानेदार को फोन कर लोदाम के समीप चेकनाका लगाने की मांग की. परंतु चेकनाका नहीं लगा होने के कारण पशु तस्कर पिकअप को लेकर साई टांगरटोली घुस गये. पीछे से पुलिस भी उस गांव में घुस गयी और तभी वहां गांव के लोगों ने पुलिस को घेर लिया और हमला कर दिया.
साई टांगरटोली गांव की महिलाएं उग्र थीं. पुलिस को घेरने के बाद मारने पर उतारू हो गयी थी. परिस्थिति को भांपते हुए थानेदार गांव से बाहर निकल गये. अगर थानेदार थोड़ी और देरी करते तो गांव में बड़ी घटना घट सकती थी. थाना प्रभारी नीतीश कुमार ने कहा कि पशु तस्करों को पकड़ने के लिए हमलोग पीछा करते हुए लोदाम थाना क्षेत्र में घुस गये थे. परंतु लोदाम थाना द्वारा किसी प्रकार की मदद नहीं की गयी.
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गांव के लोगों ने हमें घेर लिया था. हमारी गाड़ी का शीशा भी तोड़ दिया, जबकि घटना स्थल पर उस क्षेत्र के सरपंच व अन्य प्रतिनिधि थे. वे लोग सभी मुझे पहचानते हैं. ग्रामीणों ने पशु तस्करों को गाड़ी में लदे पशुओं के साथ भगा दिया. इधर, मामले को लेकर चैनपुर एसडीपीओ सिरिल मरांडी रायडीह थाना पहुंचकर मामले की जांच की और थानेदार से पूछताछ की.
गुमला के एसपी एचपी जनार्दनन ने कहा कि रायडीह पुलिस के साथ लोदाम थाना क्षेत्र में घटित घटना को लेकर जांच करायी जा रही है. जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि पूरा मामला क्या था.
Posted By : Guru Swarup Mishra