हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रविवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को आने वाले बरोदा विधानसभा उपचुनाव में उनके सामने मैदान में उतरने की चुनौती दी और कहा कि वह उनसे मुकाबला करने को तैयार हैं. सोनीपत जिले की बरोदा विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा के निधन के कारण यह सीट अप्रैल में खाली हो गई थी.
अब तक चुनाव की तारीख कर ऐलान नहीं किया गया है. हरियाणा विधानसभा में नेता विपक्ष हुड्डा ने कहा कि अगर खट्टर सरकार अपने प्रदर्शन को लेकर आश्वस्त है तो मुख्यमंत्री को उपचुनाव लड़ना चाहिए. जाट बहुल बरोदा सीट पर हुड्डा की जबरदस्त पकड़ है और 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को यहां शानदार सफलता मिली थी.
दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हुड्डा ने संवाददाताओं से कहा, ” अगर सरकार अपने विकास कार्यों को लेकर आश्वस्त है, मुख्यमंत्री खट्टर को बरोदा उपचुनाव में प्रत्याशी बनकर सामने आना चाहिए. अगर खट्टर उपचुनाव लड़ते हैं तो मैं उनसे मुकाबला करने को तैयार हूं. बरोदा उपचुनाव को निर्णय करने दीजिए कि क्या लोग सरकार के काम से संतुष्ट हैं. ”
बता दें कि बरोदा विधान सभा क्षेत्र सोनीपत लोकसभा साट के अंतर्गत आता है. 1967 में चुनाव आयोग की सिफारिश के बाद बरोदा को विधान सभा क्षेत्र घोषित किया गया. यहां के पहले चुनाव में कांग्रेस केआर धारी ने भारतीय जनसंघ के नेता डी सिंह को हराकर चुनाव जीता था. वह यहां के पहले विधायक चुने गए थे। 2009 में यहां से कांग्रेस के श्रीकिशन विधायक चुने गए. यहां के मतदाताओं ने सबसे ज्यादा कांग्रेस और लोकदल के प्रत्याशियों को विधायक चुना है. इस क्षेत्र को बरोदा मोर के नाम से भी जाना जाता है
बता दें श्री कृष्ण हुड्डा इसी साल 12 अप्रैल को हो गया था, 2019 का चुनाव में उन्होंने भाजपा के योगेश्वर दत्त को हराया था. श्री कृष्ण हुड्डा ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत पंचायत चुनाव से किया था. 2005 में भूपेन्द्र सिंह हुड्डा जब पहली बार मुख्यमंत्री बने थे तब श्री कृष्ण सिंह हुड्डा के कारण ही वो विधान सभा पहुंचे थे. श्री कृष्ण ने तब अपने निर्वाचन क्षेत्र से इस्तीपा दे दिया था. और उसी सीट पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा चुनाव लड़ कर विधानसभा पहुंचे थे. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा हमेशा श्रीकृष्ण हुड्डा को अपना बड़ा भाई कहते थे
Posted By : Sameer Oraon